CGPSC : परीक्षा में अनुपस्थित परीक्षार्थी को साक्षात्कार में बुलाने का आरोप, न्यायिक जांच की मांग
रायपुर। भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) ने छत्तीसगढ़ राज्य लोक सेवा आयोग (CGPSC) की साख पर सवाल खड़े किए हैं। प्रदेश भाजपा के मंत्री ओपी चौधरी, विजय शर्मा और भाजयुमो अध्यक्ष अमित साहू ने कहा, सहायक प्राध्यापक भर्ती परीक्षा में एक अनुपस्थित परीक्षार्थी को साक्षात्कार के लिए बुलाया गया है। शिकायत पर स्वतंत्र जांच की जगह PSC खुद को क्लीनचिट देने की कोशिश कर रही है।
भाजपा नेताओं ने कहा, कुछ दिनों पहले वीरेंद्र कुमार पटेल नाम के एक अभ्यर्थी ने आरोप लगाया कि परीक्षा केंद्र में उनके पीछे की सीट के रोल नंबर वाला अभ्यर्थी परीक्षा में अनुपस्थित था। अब उस रोल नंबर को साक्षात्कार के लिए बुलाया गया है। भाजपा नेताओं ने कहा, यह आरोप कई आशंकाओं को जन्म दे रहा है।
उन्होंने कहा, PSC में भारी अनियमितताओं व भ्रष्टाचार की आशंकाओं को इस बात से और बल मिलता है जब इस शिकायत पर आयोग खुद को क्लीनचिट देने लगता है। भाजपा मंत्री ओपी चौधरी ने कहा, सहायक प्रध्यापक भर्ती परीक्षा में अनुपस्थित अभ्यर्थी का नाम आना, परीक्षा केंद्र में वीडियोग्राफी नहीं कराया जाना आयोग की विश्वसनीयता पर सवाल खड़ा करता हैं।
भाजपा और भाजयुमो नेताओं ने PSC के स्पष्टीकरण को नामंजूर कर दिया है। भाजपा मंत्री ओपी चौधरी और विजय शर्मा ने सहायक प्राध्यापक भर्ती परीक्षा – 2019 में हुई कथित अनियमितताओं और भ्रष्टाचार की न्यायिक जांच की मांग की है। दोनों नेताओं ने कहा, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल इस जांच की तुरंत मंजूरी दें ताकि युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ न हो पाये।