छग : एग्री बिजनेस इंक्यूबेशन सेन्टर सुभाष चंद्र बोस के नाम पर, कृषि से जुड़े स्टार्टअप को सरकार देगी मदद
रायपुर। छत्तीसगढ़ में कृषि से जुड़ा नया स्टार्टअप करने वालों को सरकार विशेष मदद पहुंचाएगी। शनिवार को सरकार ने नेता जी सुभाष चंद्र बोस की जयंती के मौके पर एग्री-बिजनेस इंक्यूबेशन सेन्टर की शुरूआत की। सीएम भूपेश बघेल ने इसे नेता जी के नाम पर ही रखने का एलान किया। मुख्यमंत्री निवास कार्यालय में ऑनलाईन कार्यक्रम के दौरान 30 करोड़ रूपये रूपए की लागत से बन रहे बायोटेक इन्क्यूबेशन सेन्टर भवन का शिलान्यास किया गया। 2 करोड़ रूपये की लागत से तैयार एग्री-बिजनेस इंक्यूबेशन एवं उत्पादन केन्द्र का उद्घाटन किया गया।
इस मौके पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि देश आज नेजा जी सुभाष चंद्र बोस जयंती मना रहा है। सुभाष चंद्र बोस युवाओं के प्ररेणा स्त्रोत रहे हैं। इसलिए युवा उद्यमियों के इस केंद्र का नाम पर उन्हीं के नाम पर कर रहे हैं। यह सेंटर्स कृषि को उद्योग से जोड़ने का काम करेंगे। यहां फूड प्रोसेसिंग, फसलों की गुणवत्ता पर आधारित स्टार्ट अप शुरू करने वाले युवाओं को जगह और उनके काम में तकनीकी तौर पर सहायता इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय देगा। उत्पादक युवा गढ़बो नवा छत्तीसगढ़ में अपनी अहम भूमिका निभाएंगे। हमारा सपना है कि हमारे जीवन में इस्तेमान होने वाली हर चीज का उत्पादन छत्तीसगढ़ में हो। इस दिशा में यह अहम कदम होगा।
रायपुर के इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, कृषि विकास एवं किसान कल्याण तथा जैव प्रौद्योगिकी विभाग के संयुक्त उपक्रम के तौर पर बायोटेक्नालॉजी पार्क के प्रथम चरण में इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय कैंपस में 30 करोड़ रूपये की लागत से बायोटेक इन्क्यूबेशन सेन्टर बन रहा है। यह सेंटर दो साल में पूरा हो जाएगा। आरंग तहसील के ग्राम मुनगी में 9.59 हेक्टेयर भूमि पर बिजनेस इन्टरप्राइज जोन बनेगा। इस केन्द्र में 23 कंपनियों को 3 साल तक अनुसंधान, तकनीकी एवं अधोसंरचना सुविधायें प्रदान की जाएगी। बायोटेक्नालॉजी पार्क में एग्री बायोटेक, हेल्थ केयर बायोटेक, फूड प्रोसेसिंग एवं कृषि आधारित वैल्यू एडेड प्रोडक्ट्स की कंपनियों को प्राथमिकता दी जाएगी।