November 19, 2024

छत्तीसगढ़ बन रहा है शांति का टापू, एनसीआरबी के आंकड़े कर रहे हैं पुष्टि

अपराधिक मामलों में 2018 की तुलना में 2021 में छत्तीसगढ़ पड़ोसी राज्यों से बेहतर स्थिति में
मुख्यमंत्री की “विकास,विश्वास और सुरक्षा” की नीति से राज्य में आया बदलाव

रायपुर| नेशनल क्राइम रिकार्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) ने वर्ष 2021 में देश भर में घटित अपराधों का राज्यवार आंकड़ा जारी किया है। इन आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2018 की तुलना में वर्ष 2021 में छत्तीसगढ़ में अपराध का स्तर नीचे गिरा है और छत्तीसगढ़ देश के अन्य राज्यों की तुलना में अपराध को कम करने में बेहतर स्थान पर है। दिसंबर 2018 में मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद श्री भूपेश बघेल ने विकास, विश्वास और सुरक्षा के मूल मंत्र को लेकर प्रदेश के हित में काम करने की शुरूआत की। बीते साढ़े तीन वर्षों में मुख्यमंत्री ने राज्य की जनता के विकास के लिए न्याय योजनाएं शुरू कर छत्तीसीगढ़ माडल को पूरे देश में स्थापित किया है। मुख्यमंत्री के विश्वास मूलमंत्र के कारण अब अबूझमाड़ में भी खेती की जा रही है वहीं सुरक्षा मूल मंत्र के अंतर्गत छत्तीसगढ़ में अपराधों में लगातार कमी आ रही है। छत्तीसगढ़ में दिसंबर 2018 के पहले के आंकड़े और वर्तमान के आंकड़ों ये बताते हैं कि कैसे राज्य में अपराधिक मामलों में लगातार कमी आ रही है।

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के मार्गदर्शन में छत्तीसगढ़ पुलिस ने विभिन्न मानक प्रस्तुत किये हैं। मुख्यमंत्री की मंशा अनुरूप चिटफण्ड संचालकों पर कार्रवाई, आदिवासियों पर दर्ज प्रकरणों की केस वापसी, अपराध नियंत्रण,  महिला विरूद्ध अपराधों पर त्वरित कार्रवाई, नक्सली समस्या पर प्रभावी नियंत्रण एवं नक्सलियों की गिरफ्तारी और पुलिस कर्मियों के कल्याण हेतु विभिन्न योजनायें शुरू की गई हैं। छत्तीसगढ़ राज्य की पुलिस ने बेसिक, इम्पेक्टफुल, विजिबल के साथ कम्युनिटी पुलिसिंग में नए आयाम प्रस्तुत किये हैं। छत्तीसगढ़ पुलिस ने पूर्व वर्षों की तुलना में अपराधों पर प्रभावी नियंत्रण किया है। इसके साथ ही पुलिस परिवार के करीब 72 हजार जवानों एवं उनके परिजनों के लिए विभिन्न कल्याणकारी कार्यक्रम भी प्रारंभ किये गये हैं।  एनसीआरबी के आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2018 में छत्तीसगढ़ बलात्कार के मामले में वर्ष 2018 तक छत्तीसगढ़ 5वें स्थान पर था जबकि छत्तीसगढ़ में नई सरकार बनने पर वर्ष 2021 में छत्तीसगढ़ का स्थान 11वां है। इस तरह से छत्तीसगढ़ में बलात्कार के मामलों में काफी कमी आई है। इस सूची में मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र टाप के राज्यों में शामिल हैं।


बलात्कार के प्रयास की घटनाओं में छत्तीसगढ़ एनसीआरबी के आंकड़ों के अनुसार 2018 तक 14वें स्थान पर था जबकि 2021 में छत्तीसगढ़ ने अपनी स्थिति में सुधार किया है और ये 16वें स्थान पर है।
एनसीआरबी के आंकड़े बताते हैं कि 2018 में छत्तीसगढ़ अपहरण के मामलों में 11 वें स्थान पर था और अब इसमें एक स्थान का सुधार हुआ है। 2021 के आंकड़ों के अनुसार छत्तीसगढ़ 12वें स्थान पर है।
छत्तीसगढ़ में डकैती जैसी बड़ी अपराधिक घटनाओं में भी कमी आई है। एनसीआरबी के आंकड़े बताते हैं कि वर्ष 2018 में छत्तीसगढ़ 12वें स्थान पर था जबकि 2021 में छत्तीसगढ़ की रैंक सुधरी है और वर्तमान में ये 16वें स्थान पर है। एनसीआरबी के आंकड़ों के अनुसार हत्या के मामले में देश में 15 वें स्थान पर था । वर्ष 2021 में भी छत्तीसगढ़ 15वें स्थान पर है। हत्या के अपराध की सूची में  उत्तर प्रदेश नंबर वन पर है जबकि उसके बाद बिहार, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश सूची में टाप पर हैं। हत्या का प्रयास के मामले में छत्तीसगढ़ 2018 में  17वें स्थान पर था, जबकि साल 2021 में भी वो 17 वें स्थान पर है। आंकड़ों के अनुसार यूपी चौथे स्थान पर और महाराष्ट्र 5वें स्थान पर है। इस तरह से हत्या एवं हत्या के प्रयास जैसे अपराधों पर रोक लगाने में छत्तीसगढ़ सरकार ने सफलता हासिल की है।

error: Content is protected !!