छत्तीसगढ़ राज्योत्सव : 4 से 6 नवंबर तक भव्य आयोजन, शामिल होंगे उप राष्ट्रपति धनखड़
रायपुर। छत्तीसगढ़ का राज्योत्सव 4 से 6 नवंबर तक मनाया जाएगा। जानकारी मिली है कि नवा रायपुर में आयोजित मुख्य समारोह के उद्घाटन कार्यक्रम की अध्यक्षता उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ करेंगे और 6 तारीख को समापन के अवसर पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह कार्यक्रम के मुख्य अतिथि होंगे। हालांकि राज्य सरकार ने अब तक इन कार्यक्रमों का आधिकारिक ब्योरा जारी नहीं किया है।
छत्तीसगढ़ का राज्योत्सव 1 नवंबर को मनाया जाता है, लेकिन इस बार दीपावली का पर्व 31 अक्टूबर को होने तथा उसके बाद 2 नवंबर को गोवर्धन पूजा और उसके बाद 3 तारीख को भाईदूज है। लोग इस दौरान त्योहार में व्यस्त होते हैं, इसलिए राज्योत्सव 1 तारीख को मना पाना संभव नहीं हो रहा है। राज्योत्सव की तारीखें भी आधिकारिक रूप से जारी नहीं की गई हैं, लेकिन प्रदेश सरकार ने मुख्य समारोह और जिलों में होने वाले दो दिनों के कार्यक्रमों की तैयारी के निर्देश दिए हैं। सरकार ने ये भी कहा है कि 1 नवंबर से प्रदेश के सभी सरकारी कार्यालयों में रोशनी की जाए।
कार्यक्रम की रूपरेखा ऐसी
बताया गया है कि राज्योत्सव के दौरान 4 नवंबर को नवा रायपुर में मुख्य कार्यक्रम आयोजित है। इस दिन सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। साथ ही मुंबई के कलाकारों द्वारा कार्यक्रम पेश किया जाएगा। इसके बाद अगले दिन 5 तारीख को अखिल भारतीय कवि सम्मेलन होगा। 6 को समापन समारोह के दिन राज्य अलंकरण दिए जाएंगे। जानकारों के अनुसार, कार्यक्रमों की रूपरेखा प्रस्तावित है, अंतिम समय तक कार्यक्रम में फेरबदल संभव है।
आचार संहिता का पड़ेगा असर?
छत्तीसगढ़ में इस बार हो रहे राज्योत्सव पर त्योहारों के कारण तो असर हो ही रहा है। साथ ही ये सवाल भी उठ रहे हैं कि क्या चुनाव आचार संहिता का भी इस पर असर पड़ेगा? दरअसल रायपुर दक्षिण विधानसभा चुनाव के लिए पिछले दिनों आचार संहिता लागू हो चुकी है। यह 23 नवंबर परिणाम आने तक लागू रहेगी। इस हिसाब से अटकलें हैं कि चुनाव आचार संहिता से राज्योत्सव समारोह प्रभावित हो सकता है। हालांकि मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने कहा है कि आचार संहिता रायपुर दक्षिण क्षेत्र में प्रभावी होगी, लेकिन इसी बीच नवा रायपुर स्थित सरकारी कार्यालयों में आचार संहिता का पालन किया जा रहा है। इसी आधार पर कहा जा रहा है कि नवा रायपुर में होने वाले राज्योत्सव कार्यक्रम पर आचार संहिता का असर हो सकता है।