छत्तीसगढ़ : जुमे की नमाज के बाद तकरीर के लिए 142 मस्जिदों ने ली मंजूरी, अभी 3658 के जवाब का इंतजार
रायपुर। छत्तीसगढ़ में जुमे की नमाज के बाद क्या टॉपिक होगा, यह वक्फ बोर्ड को बताना पड़ेगा। इसको लेकर छत्तीसगढ़ वक्फ बोर्ड ने सभी मस्जिदों को एक पत्र लिखा है। उक्त तकरीर के टॉपिक को लेकर सियासी गलियारों में जमकर सियासत गरमाई है।
इसी गरमाहट के बीच वक्फ बोर्ड के पत्र के जवाब में प्रदेश की 142 मजिस्जदों (Chhattisgarh Waqf Board) ने शुक्रवार को जुमे के बाद तकरीर के लिए मंजूरी ली है। जबकि प्रदेश में करीब 3 हजार 800 से ज्यादा मस्जिद हैं। अभी वक्फ बोर्ड को करीब 3 हजार 658 के जवाब का भी इंतजार है।
ऑर्डर के बाद पहला जुमा
चार दिन पहले छत्तीसगढ़ वक्फ बोर्ड (Chhattisgarh Waqf Board) ने जुमे की नमाज के बाद तकरीर के लिए फरमान जारी किया था। इसमें तकरीर के टॉपिक मुतवल्लियों को बताने होंगे। इस फरमान के बाद प्रदेश में जमकर सियासी बवाल मचा। इसके बाद बोर्ड के पत्र के अनुसार 22 नवंबर से यह आदेश लागू हो गया है। पहले दिन की तरकरीर के टॉपिक के बारे में प्रदेश की 142 मस्जिदों ने मंजूरी ली है।
तकरीर का विषय चुनना बताना होगा
22 नवंबर के बाद अब सभी मस्जिद (Chhattisgarh Waqf Board) को वक्फ बोर्ड को जुमे की नमाज के बाद तकरीर के विषय की जानकारी देना अनिवार्य कर दी गई है। इसके लिए वफ्फ बोर्ड से 142 मस्जिदों ने तकरीर के लिए मंजूरी ली है। इन्होंने तकरीरों के विषय को लेकर अनुमति ली है। इसके लिए मस्जिदों के प्रमुखों ने वफ्फ बोर्ड को अवगत कराया है।
प्रदेश में 3800 से ज्यादा मस्जिद
छत्तीसगढ़ में करीब 3800 मस्जिद हैं। इन मस्जिदों (Chhattisgarh Waqf Board) में से 142 ने ही अनुमति ली है। जबकि 3658 के करीब मस्जिद ने वक्फ बोर्ड से तकरीर की अनुमति नहीं ली है। अब वक्फ बोर्ड इन मस्जिदों के मुतवल्लियों- (प्रमुखों) के निर्णय का इंतजार कर रहा है। इसके बाद अगला कदम उठाया जाएगा। बता दें कि पूर्व में छत्तीसगढ़ वफ्फ बोर्ड के अध्यक्ष ने पत्र लिखा था। मुतवल्लियों को पत्र लिखकर अनुमति लेने कहा था।