CM भूपेश बघेल के नाम 150 महिलाओं का खत, लिखा- लॉकडाउन के बाद भी जारी रहे शराबबंदी

बालोद। कोरोना वायरस (Corona Virus) के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए लागू लॉकडाउन (Lockdown) के दौरान छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) की शराब दुकानें बंद हैं। दावा किया जा रहा है कि लॉकडाउन के चलते हुई शराब दुकानों की बंदी से घरेलु हिंसा, दुर्घटना जैसे कई मामलो में कमी आई है। इसके बाद अब बालोद जिले के एक छोटे से गांव देवरी(द) की महिलाओं ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) को चिट्ठी लिखी हैं। इस इस चिट्ठी में लाकडाउन के बाद भी प्रदेश भर में शराब की दुकानों को बंद रखने की मांग की गई है। 150 से अधिक महिलाओं द्वारा लिखी गई इस चिट्ठी को एक साथ प्रदेश के मुखिया को भेजने की तैयारी की जा रही है।

सीएम भूपेश बघेल को चिट्ठी लिखने वाली महिलाओं में शामिल गांव की सरपंच नेम बाई का कहना है कि लॉकडाउन के बाद से शराब दुकाने बंद होने से गांव में शांति का माहौल बना हुआ है। ग्रामीण मंजू साहू के अलावा अन्य महिलाएं भी मान रही हैं कि इस लॉकडाउन में हुई शराबबंदी से उनके घर की सुख शांति बढ़ गई है। पहले की अपेक्षा गांव में महिला हिंसा पूरी तरह बंद हो गई है, जिससे उनके परिवार में काफी खुशी का माहौल देखा जा रहा है।

गांव बुजुर्ग महिला गौरी बाई साहू का कहना है कि आम दिनों में शराब दुकानें खुली रहने से उनके परिवार व गांव के युवक शराब का सेवन कर गांव में नशे धुत होकर कहीं भी पड़े रहते थे। यही नहीं शराब के लिए पैसे नहीं होने पर घर की महिलाओं से मारपीट जैसे घटनाओं को भी अंजाम देते थे, लेकिन लॉकडाउन के बाद हुई इस शराबबंदी से उनके घरों की स्थिति में काफी सुधर आया है। जिसके चलते गांव की महिलाएं प्रदेश के मुख्यमंत्री को चिट्ठी लिखकर आगे भी पूरे प्रदेश में शराब की दुकानों को ऐसे ही बंद रखने की मांग कर रही हैं। बालोद जिले के देवरी गांव की महिलाओं ने अपने इस अभियान को इसी माह के 15 अप्रेल से शुरू किया। इसके बाद अब तक 150 से ज्यादा महिलाएं खत लिख चुकी हैं। अब इन खतों को मुख्यमंत्री तक भेजने की तैयारी भी कर रही हैं। बहरहाल शराब दुकानें लॉकडाउन के बाद खुलती है या नहीं यह सरकार को तय करना हैं।