CM बघेल को नहीं भाया पीएम का आइडिया, रमन बोले- हम तो दीया जलाएंगे
रायपुर। देशभर में कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए लॉकडाउन कर दिया गया है, जिससे लोगों को इस महामारी से बचाया जा सके। पीएम मोदी के द्वारा दिया जलाने के आव्हान पर छत्तीसगढ़ की राजनीति में आरोप-प्रत्यारोप का दौर चल पड़ा है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस संकट के घड़ी में दीया जलाने को देश के लिए शोभा नहीं देना बताया है, तो वहीं पूर्व सीएम रमन सिंह ने बघेल पर पलटवार करते हुए इसे एकजुटता का परिचय देना बताया है।
दरअसल, 3 अप्रैल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों से 5 अप्रैल को रात 9 बजे घरों के छत पर 9 मिनट के लिए दीया जलाने को बोला है, जिससे अस्पताल में काम करने वाले डॉक्टर्स, सड़क पर रहकर सेवा देने वाले पुलिस और नालियों की सफाई करने वालों की हौसला अफजाई हो। इस पर सीएम भूपेश बघेल प्रश्नवाचक चिन्ह लगाते हुए कहा कि ‘हमने दिया विजय के प्रतीक के रूप में जलाना शुरु किया जब श्रीराम लंका से अयोध्या लौटे। यह तो संकट की घड़ी है,दर्जनों जानें जा चुकी हैं।दो हज़ार से ज़्यादा #COVID-19 से पीड़ित हैं. लोग भयभीत हैं. ऐसे में दिया जलाएंगे?..भगवान राम के देश में तो ये शोभा नहीं देगा’.
हमने दिया विजय के प्रतीक के रूप में जलाना शुरु किया जब श्रीराम लंका से अयोध्या लौटे।
यह तो संकट की घड़ी है। दर्जनों जानें जा चुकी हैं। दो हज़ार से ज़्यादा #COVID-19 से पीड़ित हैं। लोग भयभीत हैं। ऐसे में दिया जलाएंगे?
भगवान राम के देश में तो ये शोभा नहीं देगा। https://t.co/ac420EFLoF
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) April 3, 2020
भूपेश बघेल के इस बयान पर निशाना साधते हुए रमन सिंह ने कहा कि ‘देश एकजुटता का परिचय देने के लिए दीप जलाएं, कोरोना के अंधकार को मिटाने के लिए दीप जलाएं और एक दूसरे के साथ जुड़े रहें, ताकि एक संदेश जाए कि पूरा देश कोरोना को हराने के लिए पीएम मोदी के साथ खड़ा है’. उन्होंने कहा कि पहले हमने थाली और ताली बजाकर हौसला बढ़ाया था और अब दीया जलाएंगे।