कमिश्नर कावरे ने दफ्तरों में दी दबिश : लेटलतीफ आने वाले कर्मचारियों में हड़कंप, 25 को कारण बताओ नोटिस
रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में लेटलतीफ दफ्तर आने वाले अधिकारीयों और कर्मचारियों में हड़कंप हैं। दरअसल सोमवार को संभागायुक्त महादेव कावरे ने तीन शासकीय कार्यालयों का आकस्मिक निरीक्षण किया और निर्धारित समय 10 बजे कार्यालय से अनुपस्थित लगभग 25 अधिकारी कर्मचारियों को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। जानकारी के मुताबिक़ कावरे आज सुबह कृषि विभाग के संयुक्त संचालक कार्यालय पहुंचे। कार्यालय में निर्धारित समय 10 बजे कोई अधिकारी कर्मचारी उपस्थित नही था । कार्यालय के मेन गेट पर लगा ताला देख संभागायुक्त ने गहरी नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने संयुक्त संचालक से दूरभाष पर बात कर सभी अनुपस्थित अधिकारी कर्मचारियों को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। कावरे ने इसके बाद नगर एवं निवेश विभाग के संयुक्त संचालक कार्यालय और सहकारी समितियों के पंजीयक कार्यालय का भी निरीक्षण किया। इन दोनों कार्यालयों में भी अनुपस्थित अधिकारी कर्मचारियों को नोटिस जारी करने के निर्देश संभागायुक्त ने दिए। उन्होंने सभी अधिकारी कर्मचारियों को निर्धारित समय सुबह 10 बजे कार्यालय में उपस्थित होने के निर्देश भी दिए।
निरीक्षण के दौरान नगर एवं निवेश कार्यालय पहुंचे संभागायुक्त ने उपस्थित कर्मचारियों से लोक सेवा गारंटी अधिनियम के तहत लंबित प्रकरणों की जानकारी मांगी। उपस्थित कर्मचारी द्वारा जानकारी उपलब्ध नहीं करा पाने पर कावरे ने नाराज़गी व्यक्त की। उन्होंने लोक सेवा गारंटी अधिनियम से संबंधित प्रकरणों का ऑनलाइन रिकार्ड रखने के साथ-साथ पंजी संधारण करने के निर्देश भी दिए।
संभागायुक्त ने उपस्थित कर्मचारियों को निर्देशित किया कि कार्यालय में आने वाले नागरिकों को शासकीय योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ सरलता से दिलाने का प्रयास किया जाए। नागरिकों को अपने कामों के लिए सरकारी दफ्तरों के चक्कर ना काटने पड़े। संभागायुक्त ने लंबित प्रकरणों का भी शासकीय नियम अनुसार त्वरित निराकरण करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। संभागायुक्त ने लोक सेवा गारंटी अधिनियम सहित शासकीय योजनाओं और उनके क्रियान्वयन के लिए निर्धारित समय सीमा की जानकारी कार्यालयों के बाहर समुचित स्थान पर प्रदर्शित करने के भी निर्देश अधिकारियों को दिए।
बहरहाल राजधानी में रहकर भी लापरवाही बरतने वाले अफसरों और कर्मियों को अब अपनी आदर सुधारनी पड़ेगी। आज ज्यादातर दफ्तरों में संभाग आयुक्त कावरे के छापामार निरीक्षण की चर्चा हो रही हैं।