कांग्रेस कहती है प्रदेश में बेरोजगारी कम, भाजपा के स्टॉल पर 2.8 लाख बेरोजगारों के आए फॉर्म : डी.पुरंदेश्वरी
०० भाजपा की प्रदेश प्रभारी डी.पुरंदेश्वरी प्रदेश कार्यालय में मीडिया से की चर्चा
रायपुर| भाजपा की प्रदेश प्रभारी डी.पुरंदेश्वरी मंगलवार को रायपुर पहुंची, भाजपा के माना स्थित प्रदेश कार्यालय में उन्होंने मीडिया से चर्चा की। दरअसल, भाजपा 24 अगस्त बुधवार को बेरोजगारी के मुद्दे पर रायपुर में ही बड़ा विरोध प्रदर्शन, हल्लाबोल कार्यक्रम करने जा रही है। प्रेस से बातचीत में डी.पुरंदेश्वरी ने जो कुछ कहा उससे भाजपा और कांग्रेस के बीच रोजगार के मुद्दे पर तकरार होती दिखी।
पुरंदेश्वरी ने कहा कि कांग्रेस दावा करती है कि प्रदेश में बेरोजगारी की दर सबसे कम है। मगर हमारे युवा मोर्चा ने जब प्रदेश के मंडल और जिला स्तर पर बेरोजगारी स्टॉल लगाए तो 2.8 लाख से अधिक बेरोजगारों के आवेदन हमें मिले रोजगार के लिए। ये ऑफलाइन आवेदनों की संख्या है और भी आवेदन हमारे पास आ रहे हैं। यहां सरकार ने 400 पदों की भर्ती निकाली तो 20 हजार बेरोजगारों ने आवेदन कर दिया ये सब कहां से आए। डी.पुरंदेश्वरी ने कांग्रेस के चुनावी घोषणा पत्र का जिक्र करते हुए कहा कि यहां तो 10 लाख बेरोजगारों को 2500 रुपए प्रतिमाह भत्ता देने का वादा था। इसके हिसाब से साल का योग 3 हजार करोड़ हाेता है, इन 4 सालों में तो यह राशि 12 हजार करोड़ की राशि हो गई। तो कांग्रेस हमें बताए कि कितनों को बेरोजगारी भत्ता दिया, कितना दिया और कितने महीने दिया। ये भी कहा था कि 1 लाख रोजगार देंगे, हर घर में रोजगार पहुंचाएंगे, कितनों को काम दिया कांग्रेस ने।
डी.पुरंदेश्वरी ने कहा कि छत्तीसगढ़ में सीएमआईई के आंकड़ों पर बेरोजगारी दर कम होने का दावा किया जाता है। उनका सर्वे तो महज 23 हजार लोगों पर हुआ। कांग्रेस के दावों से धरातल का सच नहीं बदलेगा। कोरबा, जांजगीर जैसे इलाकों में कई बेरोजगार युवक युवतियों ने काम न होने की वजह से खुदकुशी कर ली। युवाओं की इसी तकलीफ को लेकर युवा मोर्चा आवाज उठाएगी, 24 अगस्त को हम इसी वजह से विरोध प्रदर्शन करने जा रहे हैं, हम जानते हैं कि प्रशासन यही कोशिश करेगा कि हम सफल न हों, हमारी बसें रुकवाएंगे दवाब बनाएंगे। मगर हम पीछे नहीं हटेंगे।
ज्ञात हो कि आधिकारिक आंकड़ों की मानें तो छत्तीसगढ़ लगातार देश में सबसे कम बेरोजगारी दर वाले राज्य का गौरव हासिल करता आया है। जुलाई माह में राज्य की बेरोजगारी दर मात्र 0.8 प्रतिशत रही, जबकि देश की औसत बेरोजगारी दर 6.9 प्रतिशत दर्ज की गई। इससे पहले मई माह में छत्तीसगढ़ की बेरोजगारी दर 0.7 प्रतिशत थी, जबकि तब देश की बेरोजगारी दर 7.1 प्रतिशत दर्ज की गई थी। सीएमआईई के नये आंकड़ों के अनुसार जुलाई माह में हरियाणा में 26.9 प्रतिशत, जम्मू और कश्मीर में 20.2 प्रतिशत, बिहार में 18.8 प्रतिशत, गोवा में 13.7 प्रतिशत, त्रिपुरा में 13 प्रतिशत, दिल्ली में 8.9 प्रतिशत, पंजाब में 7.7 प्रतिशत, हिमांचल प्रदेश में 6.3 प्रतिशत, उत्तरप्रदेश में 3.3 प्रतिशत, गुजरात में 2.2 प्रतिशत, मध्यप्रदेश में 2.0 प्रतिशत, बेरोजगारी दर दर्ज की गई।