जयपुर जेल में फूटा ‘कोरोना बम’, एक ही दिन में बना देश का तीसरा सबसे बड़ा ‘जेल हॉटस्पॉट’
जयपुर। राजस्थान में कोरोना वायरस के बढ़ते पॉजिटिव मामलों के बीच जेल में भी कोरोना विस्फोट हो चुका है। राजधानी जयपुर की जिला जेल में शनिवार को एक साथ 116 पॉजिटिव नए केस आने से प्रदेशभर की जेलों में हड़कंप मच गया है। स्वास्थ्य विभाग के दोपहर 2 बजे जारी हुए बुलेटिन के अनुसार राजधानी जयपुर में आज पाए गए 122 मरीजों में से 116 जयपुर जेल से हैं। जयपुर की जिला जेल में अब तक कुल 126 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें जेल सुप्रिंटेंडेंट भी शामिल हैं।
करीब 4 दिन पहले एक कैदी के कोरोना पॉज़िटिव पाए जाने के बाद जयपुर जिला जेल में लगातार दो-तीन दिनों से नए मामले सामने आ रहे थे। लेकिन आज एकाएक 116 नए केस आने के बाद जेल में हड़कंप मच गया है। अवैध शराब से जुड़े एक मामले में जमवारागढ़ के एक शख्स को को जेल भेजा गया था। पिछले 14 दिनों से उसे जेल में ही अलग से आइसोलेशन में रखा गया था। लेकिन इस दौरान उसमें किसी भी तरह के लक्षण नहीं पाए गए थे। कुछ दिनों पहले कैदी के खांसी की शिकायत के बाद उसकी कोरोना जांच कराई गई तो वह पॉजिटिव पाया गया।
जयपुर की जिला जेल में कोरोना विस्फोट के बाद अब जेल विभाग विशेष एहतियात बरत रहा है। अब जयपुर जिला जेल, सेंट्रल जेल और महिला जेल में आने वाले नए कैदियों को दौसा जेल में शिफ्ट किया जाएगा। जबकि दौसा जेल में बंद कैदियों को सियालावात में शिफ्ट किया जाएगा।
जयपुर जिला जेल में कोरोना का विस्फोट होने के बाद जेल विभाग ने राजस्थान के सभी जिलों में अलग से क्वारंटाइन सेल बनाने के निर्देश दिए गए हैं। वहां पर नए कैदियों को रखने के निर्देश दिए हैं, ताकि पहले से बंद कैदियों में कोरोना वायरस ना फैले। बताया जा रहा है कि नए कैदियों को 21 दिनों तक अलग वार्ड में रखा जाएगा।
जेल में कोरोना वायरस के विस्फोट के बाद अब जेल विभाग विशेष एहतियात बरत रहा है। जेल डीजी एनआरके रेड्डी ने प्रदेश की सभी जिलों में नए कैदियों को लेकर निर्देश जारी किए हैं। नए कैदियों को जेल में लाने से पहले सभी का मेडिकल कराना आवश्यक होगा। नए कैदियों की पिछले 14 दिन का हिस्ट्री भी रखनी होगी। इसके अलावा कैदियों को अलग से क्वारंटाइन सेंटर में रखने के भी निर्देश दिए गए हैं।