रायपुर: आग को काबू करने वाले कोरोना वारियर्स, अब तक नवजात का चेहरा देख नहीं पाए फायरमैन वाजेंद्र
रायपुर। छत्तीसगढ़ में कोरोना को रोकने के लिए एक तरफ डॉक्टर, पुलिस, नर्सिंग स्टाफ, सफाई कर्मी दिन-रात ड्यूटी कर रहे है, वहीं दूसरी ओर अग्नि को नियंत्रण करने वाले दमकल कर्मी कोरोना की कब्र खोदने का काम कर रहे हैं। वायरस को जड़ से खत्म करने के लिए दमकल कर्मी सैनिटाइजेशन का काम कर रहे है। अधिकांश दमकल कर्मियों की ड्यूटी कोरोना के चलते बदली गई है। गर्मी का मौसम होने के कारण आग लगने की घटनाएं ज्यादा होती हैं। ऐसे में दमकल कर्मी इन दिनों दोहरा मोर्चा संभाल रहे हैं। सोमवार को विश्व फायर फाइटर्स-डे के अवसर पर जनरपट ने कोरोना संकट में सेवाएं दे रहे अग्निशमन कर्मियों से उनकी चुनौतियां जानीं।
रायपुर के जिला सेनानी और फायर अधिकारी संजय मिश्रा बताते हैं कि फायर ब्रिगेड, होमगार्ड व आपदा प्रबंधन टीम अब एक छत के नीचे काम कर रही है। अलग-अलग काम कर रहे अग्निशमन कर्मचारियों, नगर सैनिकों और राज्य आपदा प्रबंधन बल के एक साथ काम करने का लाभ भी मिल रहा है। एसडीआरएफ की टीम कोरोना संकट में भी बेहतर सेवाएं दे रही है।
कोरोना संकट के बीच लगातार साथियों के साथ फायरमैन वाजेंद्र गौतम ड्यूटी कर रहे है। आगजनी की घटना हो या फिर अलग-अलग जगहों को सैनिटाइज करने का काम, हर जगह वे मौजूद रहते हैं। उन्होंने बताया कि लॉकडाउन में पत्नी रायगढ़ के चंद्रपुर में फंस गई। इस दौरान बेटे के जन्म लेने की सूचना मिली। लेकिन लॉकडाउन की वजह से नवजात का चेहरा तक देख नहीं पाए। बाजेंद्र कहते हैं कि अब लॉकडाउन खत्म होने का इंतजार है।
फायरमैन वेणु माधवन ने कहा कि हम सभी आग और कोरोना दोनों से जंग लड़ रहे हैं। जहां आग लगने की खबर मिलती है, पूरी टीम वहां पहुंचकर आग बुझाने में जुट जाती है। अभी कोरोना संकट में दमकल टीम को भवन, वार्ड, गली-मोहल्लों को सैनिटाइजेशन के काम में लगाया गया है। घर-परिवार की चिंता छोड़कर फायरमैन आपात परिस्थितियों में दिन-रात काम कर रहे है।
सिलेंडर मैन के नाम से चर्चित दमकलकर्मी भुवनलाल पुरैना ने कहा कि कोरोना काल के इस दौर में हम सभी को सावधानी बरतना जरूरी है। कोरोना वायरस की चेन तोड़ने के लिए लॉकडाउन का पालन करना जरूरी है। आम जनता की सुरक्षा के लिए सड़क पर पुलिस का अमला तैनात है। आगजनी की खबर पर दमकल कर्मी हर समय तैयार है। ऐसे में जनता को भी अपनी जिम्मेदारी समझनी चाहिए।
लीडिंग फायरमैन एलएन वर्मा ने बताया कि राजधानी का अग्निशमन दल सालों पुराना है। कोरोना संक्रमण के चलते दमकल कर्मियों को सैनिटाइजेशन के काम में लगाया गया है। कुछ की ड्यूटी कोरोना के चलते बदली भी गई है। हमारी टीम लगातार अलग-अलग इलाकों को सैनिटाइजेशन का काम कर रही है। रविवार को ही अग्निशमन भवन को सैनिटाइजेशन किया गया।
राजधानी रायपुर का अग्निशमन दस्ता कई अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस है। दस्ते के पास 36 मीटर ऊपर (चार मंजिल) तक पहुंचने वाला वाहन है। इसके साथ छोटी गलियों में जाने फायर बाइक और छोटे चार पहिया वाहन आदि हैं।