November 3, 2024

तख्तापलट! : बॉडीगार्ड्स ने राष्ट्रपति को बनाया बंदी, लाइव टीवी पर सेना ने किया देश में सैन्य शासन का ऐलान

नाइजर। पश्चिमी अफ्रीका में करीब ढाई करोड़ की आबादी वाला देश नाइजर गुरुवार को अचानक सुर्खियों में आ गया. नाइजर में सेना के अधिकारियों ने तख्तापलट का दावा किया है, अंगरक्षकों ने ही राष्ट्रपति मोहम्मद बेजोम को बंदी बना लिया और देश में सैन्य शासन का ऐलान कर दिया. इस खबर ने हर किसी को हैरान किया, अमेरिका से लेकर संयुक्त राष्ट्र तक हर कोई अब नाइजर के राष्ट्रपति का समर्थन किया है.

शुरुआती रिपोर्ट्स के मुताबिक, राष्ट्रपति मोहम्मद बेजोम के अंगरक्षकों ने ही राष्ट्रपति भवन में उन्हें और उनके परिवार को बंदी बना लिया था. यहां भवन तक के आने-जाने के रास्ते बंद कर दिए गए हैं, आसपास जो समर्थक जुट रहे हैं उन्हें दूर ही रखने की कोशिश की जा रही है.

कमांडर एमदोउ एब्रामैन ने लाइव टीवी पर आकर तख्तापलट का ऐलान किया, उनके साथ करीब एक दर्जन वर्दीधारी अधिकारी साथ में रहे और देश में सैन्य शासन का ऐलान किया. उन्होंने दावा किया कि हमने मौजूदा सरकार को हटा दिया है और अब पूरा शासन हमारे अंडर में है. देश में सरकार ने हालात को काफी खराब कर दिया था, इस वजह से चीज़ें अपने हाथ में लेना जरूरी था.

आतंक के खिलाफ लड़ाई लड़ रहा नाइजर
साल 2020 से अभी तक अफ्रीकी रीजन में करीब 7 तख्तापलट हो चुके हैं और नाइजर भी अब इस लिस्ट में शामिल हो चुका है. स्थानीय रिपोर्ट्स के मुताबिक, राष्ट्रपति मोहम्मद बेजोम ने अपने सैन्य काल में नाइजर में अलकायदा और उसके संबंधित संगठनों पर सख्त कार्रवाई की थी. जिसके बाद से ही वह निशाने पर थे.

अमेरिका का अहम साझेदार
पश्चिमी अफ्रीका में नाइजर एक ऐसा देश है, जिसे पश्चिमी देशों का समर्थक माना जाता है. यहां आतंकवाद के खिलाफ जारी लड़ाई में नाइजर अमेरिका, संयुक्त राष्ट्र की सहायता करता रहा है. तभी तख्तापलट की खबर ने अमेरिका में हलचल मचा दी और विदेश मंत्री ने राष्ट्रपति के समर्थन में ट्वीट किया है.

आपको बता दें कि नाइजर में अमेरिका के दो ड्रोन बेस हैं और 1000 के करीब सैन्य अधिकारी हैं, अमेरिका नाइजर की सेना को ट्रेनिंग भी देता है. नाइजर में कुछ वक्त पहले यानी 2021 में भी तख्तापलट की कोशिश हुई थी, तब सेना के कुछ अधिकारियों ने राष्ट्रपति भवन को घेर लिया था लेकिन तब ये फेल हो गया था.

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