सार्थक इस्पात में मजदूरों की मौत : संयंत्र मालिक को गिरफ्तार कर उच्च स्तरीय जांच की मांग, जोगी कांग्रेस ने घेरा उरला थाना
०० उरला थाना का घेराव, सार्थक के मालिक अग्रवाल बंधुओं को गिरफ्तार करने की मांग : प्रदीप साहू
०० मृत नाबालिक मजदूर के दस्तावेज में छेड़छाड़ कर बनाया नाबालिक को बालिक, घटना की उच्चस्तरीय जांच की मांग : जेसीसीजे
रायपुर। अजीत जोगी युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप साहू ने कहा उरला स्थित सार्थक इस्पात प्राइवेट लिमिटेड में विगत वर्ष प्रबंधन की लापरवाही के कारण 3 मजदूरों की असमय मौत हो जाने के पश्चात आज दिनांक तक सार्थक के मालिक विजय अग्रवाल , उदित अग्रवाल चेतनिय अग्रवाल को गिरफ्तार नहीं करने और घटना का चालान न्यायालय में पेश नहीं करने आज अजीत जोगी युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप साहू एवं पार्षद बेदराम साहू के नेतृत्व में सैकड़ों जनता कांग्रेसियों ने उरला थाने का घेराव कर 1 सप्ताह का अल्टीमेटम दिया है अन्यथा सार्थक टीमटी प्लांट के बाहर अनिश्चितकालीन धरना देने का निर्णय लिया है।
प्रदीप साहू ने कहा कांग्रेस राज में उद्योग पतियों को संरक्षण दिया जा रहा है और गरीब मजदूरों का शोषण किया जा रहा है। इसका सबसे बड़ा उदाहरण सार्थक इस्पात प्राइवेट लिमिटेड कंपनी लिमिटेड कंपनी उरला में घटित घटना है। जिसमें पिछले साल 3 मजदूरों की जान चली गई जिसमें एक मजदूर नाबालिग था। इस घटना में कार्यवाही के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति और लीपापोती की जा रही है। प्रबंधन के मालिकों को छोड़कर मैनेजर को आरोपी बनाया गया है और थाने से ही उसे गिरफ्तार कर छोड़ दिया गया है जबकि इस घटना के जिम्मेदार सार्थक इस्पात संयंत्र के मालिक भी है। जिनको पुलिस बचाने का काम कर रही है।
इस दौरान बेदराम साहू ने कहा छत्तीसगढ़ की धरती में छत्तीसगढ़ी गरीब मजदूर भाइयों का शोषण हो रहा है। इतनी बड़ी घटना होने के बाद भी न प्रबंधन को दया आई और ना सरकार को बल्कि एक नाबालिग मजदूर के दस्तावेज से छेड़छाड़ कर उसको बालिक बना दिया गया है जो कि एक गंभीर अपराध है। जिसकी उच्च स्तरीय जांच की मांग जनता कांग्रेस ने की है। सांठगांठ कर घटना को अंजाम दिया जा रहा है जनता कांग्रेस के नेताओं ने चेतावनी दी है। यदि उक्त घटना में संयंत्र के स्वामियों को गिरफ्तार नहीं किया जाता है तो जनता कांग्रेस अपना आंदोलन जारी रखेगी।
ज्ञात हो कि विगत वर्ष दिनांक 23/03/21 को उरला औद्योगिक क्षेत्र स्थित मेसर्स सार्थक स्पात प्राईवेट लिमिटेड में संयन्त्र की दोषपूर्ण लापरवाही के कारण तीन मजदूरों की विस्फोट से असमय मृत्यु हो गई थी जिसमें एक मजदूर नाबालिक था। इस संबंध में पुलिस थाना उरला के द्वारा कार्यवाही के नाम सयंत्र के मैनेजर के विरुद्ध अपराध अंतर्गत धारा 287, 304 ए, 337 भादवि, अपराध क्रमांक 0096 दिनांक 23 मार्च 2021 मामला दर्ज किया गया है जबकि सयन्त्र के स्वामी अग्रवाल बंधुओं को बख्शा जा रहा है। इतना ही नहीं उपरोक्त मामला दर्ज हुए लगभग 1 साल होने वाला है लेकिन आज दिनांक माननीय न्यायालय के समक्ष चालान पेश किया जा रहा है।
बेद राम साहू पार्षद ने कहा मृत मजदूरों के पीड़ित परिवारों को शासन, प्रशासन और प्रबंधन के द्वारा फूटी कौड़ी नहीं दी गई। गिरफ्तारी के अभाव में आज दिनांक तक अन्वेषण की कार्यवाही पूर्ण नहीं हुई है। न्याय शास्त्र सिद्धांत की “Justice Delayed Justice Deneid” अर्थात देर से मिला हुआ न्याय , न्याय नहीं मिलने के बराबर है। ऐसे में यदि शीघ्र अतिशीघ्र आरोपी को गिरफ्तार कर चालान माननीय न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत नहीं किया जाता है तो मजबूर होकर हमें सड़क की लड़ाई लड़नी पड़ेगी।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से पार्षद एवज देवांगन जी ,भिखम देवांगन जी संदीप यदु जी जित्तु बंजारे ज़ी अजय देवांगन जी तरुण सोनी जी मजदूर नेता नन्हू दिवान जी, पार्षद प्रतिनिधि राजकुमार साहू, राजा बंजारे संदीप ठाकुर नजीब असरफि सन्नी तिवारी विक्रम नेताम पप्पू साहू ,पार्षद अश्वनी चांदरे जी, ओमप्रकाश साहू, अविनाश साहू अफ़सार भाई अज़य सेन मनीष धीवर जोयतिश साहू अजय निर्मालकर हरीश रातरे यशवंत पाटिल,नावेद भाई विवेक बंजारे हरीश वर्मा अश्वनी जंघेल ,एवन साहू, लोकनाथ साहू, रंजित साहू, अमर राम, डोमेश देवांगन, नोहर धृतलहरे, मोहित साहू, ओमप्रकाश साहू, वेददेवागन, भूपेंद्र साहू, ध्रुव राजपूत, रोहित निषाद, अभिषेक कुशवाह, हेमंत धर दिवान,मयादास, भागवत साहू, राजेश साहू, ओमप्रकाश साहू, कमलेश साहू, दिनेश साहू, बीरेंद्र साहू, ओमकार साहू, यशवंत पाटिल, ब्रिरेंद सेन, उमेश धीमर, प्रकाश साहू, करण शुक्ला, जीवन साहू, रामपाल साहू, दुर्गा यादव, अजय, चंचल मिस्र, लोकनाथ साहू ,अश्विनी जंघेल, डोमेश देवांगन,लोमश साहू, जितेन्द्र यादव, दुर्गेश निषाद, धन्नु साहू, बल्लू बंजारे, अनिल घृतलहरे, हरीश साहू, मो. रब्बानी भाई, मजहर ईमाम, ओमप्रकाश साहू, आदि कार्यकर्त्ता व वार्ड अध्यक्ष उपस्थित रहे।