December 24, 2024

‘CGPSC के रिजल्ट को रद्द करने की मांग’: BJP बोली-चेयरमैन ने बेटे-भतीजे का फर्जी तरीके से सिलेक्शन करवाया; CBI जांच हो

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रायपुर। छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग परीक्षा 2021 (CG-PSC) के रिजल्ट को रद्द करने की मांग हो रही है। इस मामले में बीजेपी ने आयोग के अधिकारियों ने पैसे लेकर अभ्यर्थियों के सिलेक्शन करने का आरोप लगाया है। इसके साथ ही CG-PSC के चेयरमैन टामन सिंह सोनवानी पर अपने बेटे समेत परिवार के कई सदस्यों का बड़े पदों पर चयन कराने का आरोप बीजेपी ने लगाया है। मंगलवार को बीजेपी नेताओं ने राज्यपाल से भी इस मामले की शिकायत की है।

बीजेपी प्रवक्ता गौरीशंकर श्रीवास ने कहा कि CGPSC-2021 भर्ती में हुए घोटाले को लेकर हमने राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा है। हमने उनसे मांग की है कि इस मामले में CBI से निष्पक्ष जांच करवाई जाए। इसके साथ ही छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग के चेयरमैन और परीक्षा कंट्रोलर का नार्को टेस्ट भी कराया जाए, जिससे सच सामने आ सके और दोषियों पर सख्त कार्रवाई हो। इससे प्रदेश के लाखों युवा, जो प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं, उन्हें न्याय मिल सकेगा।

इससे पहले बीजेपी प्रवक्ता गौरीशंकर श्रीवास ने सीजी-पीएससी रिजल्ट को तत्काल रद्द करने की मांग की। उन्होंने कहा कि अभ्यर्थियों के उत्तर पुस्तिकाओं की एक स्वतंत्र कमेटी बनाकर जांच कराई जाए। बीजेपी प्रवक्ता गौरीशंकर श्रीवास ने आरोप लगाया कि CG-PSC 2021 में अंतिम चयन सूची पैसे लेकर बनाई गई है। यह प्रदेश का सबसे बड़ा घोटाला है, जिसमें पीएससी के बड़े अधिकारी के परिवार वालों के नाम टॉप-10 लिस्ट में शामिल हैं।

उन्होंने कहा कि 7वीं रैंक पर नितेश नाम के एक अभ्यर्थी का डिप्टी कलेक्टर के पद पर सिलेक्शन किया गया है, जबकि अंतिम सूची में उनका सरनेम छिपाकर सिर्फ नाम लिखा गया है। इसके पीछे वजह ये है कि नितेश CG-PSC चेयरमैन टामन सिंह सोनवानी के बेटे हैं। इसी तरह सरनेम छिपाकर डीएसपी पद पर साहिल का नाम भी शामिल है। वे भी चेयरमैन सोनवानी के भतीजे हैं, वहीं श्रम अधिकारी पद पर सुनीता जोशी का चयन हुआ है, जो उनकी रिश्तेदार हैं। बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि परीक्षा समिति के सदस्यों के रिश्तेदार एग्जाम नहीं गे सकते, तो फिर चेयरमैन रहते उनके बेटे-भतीजे ने कैसे परीक्षा दी।

गौरीशंकर श्रीवास ने कहा कि इस घोटाले के बाद छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग ने लोगों का विश्वास पूरी तरह से खो दिया है। यहां लाखों परीक्षा देने वाले योग्य अभ्यर्थियों के साथ धोखा किया जा रहा है। जिसमें कुछ अधिकारी और कांग्रेस के नेता एक संगठित गिरोह के रूप में काम कर रहे हैं। इसके साथ ही इन IAS अधिकारियों का रिटायरमेंट प्लान है कि वे अपने बच्चों को बड़े पदों पर बैठा दें।

योग्यता पर सवाल उठाना, गिरी हुई सोच

CGPSC में हुए घोटाले की बात को लेकर कांग्रेस ने बीजेपी को घेरा है। कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि यदि कोई योग्य अभ्यर्थी का संबंध किसी नेता,अधिकारी या व्यापारी से है, तो इसका मतलब यह नहीं होता कि वह अपने हक से वंचित रह जाएं। लोक सेवा आयोग में भर्ती पूरी तरह पारदर्शी तरीकों से होती है। इसमें चयनित अभ्यर्थी अपने बलबूते पास होते हैं। भाजपा नेताओं का ऐसा आरोप लगाना उनकी घटिया सोच का नतीजा है। उन्होंने कहा कि जब BJP की सरकार थी, तो तत्कालीन शिक्षा मंत्री केदार कश्यप की पत्नी की जगह किसी अन्य युवती ने परीक्षा दी थी। इस नकल मामले का भंडाफोड़ भी हुआ था। यह भ्रष्टाचार पिछली बीजेपी सरकार में होता था।

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