उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा का प्रयास रंग लाया; टीबी मरीजों के दवाइयों का संकट हुआ दूर, सभी जिलों में पहुँच रहा तीन माह का स्टॉक…
रायपुर/कबीरधाम । छत्तीसगढ़ के तेज़ तर्रार गृहमंत्री की सक्रियता से टीबी मरीजों और उनके परिवार जनों में हर्ष व्याप्त हैं। प्रदेश के दौरों में जब उनके ध्यान में यह बात लाइ गई कि विगत डेढ़ माह से नेशनल टीबी उन्मूलन कार्यक्रम अंतर्गत इस बीमारी से पीड़ित मरीजों के उपचार हेतु प्रयुक्त दवाईयों की कमी हो गई है। तो उन्होंने इस पर तत्काल संज्ञान लेते हुए सूबे के मुखिया और स्वास्थ्य मंत्री को न सिर्फ इससे अवगत कराया बल्कि स्वतः ही अपने स्तर पर इस समस्या के समाधान के लिए लग गये।
गृहमंत्री के साथ सदैव दौरों पर साथ रहने वाले उनके समर्थकों ने बताया कि जब सूबे के उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा को विभिन्न समाचार माध्यमों से प्राप्त हुई, तो उन्होंने तत्काल संज्ञान लेते हुए मामले की गंभीरता एवम मरीजों के हितों को ध्यान में रखते हुए संवेदनशीलता का परिचय दिया। उन्होंने स्वतः ही राज्य के स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारियों एवम केंद्र स्तर के अधिकारियों से संपर्क स्थापित किया। दवाइयों की उपलब्धता सुनिश्चित कराने हेतु स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से आग्रह पूर्वक चर्चा कर उक्त समस्या का समाधान हेतु प्रयास किया गया।
सूबे के उप मुख्यमंत्री के हस्तक्षेप के बाद मई के प्रथम सफ्ताह से ही राज्य स्तर पर टीबी की दवाईयों का भंडारण किया गया है। छत्तीसगढ़ के समस्त जिलों के सभी टीबी यूनिट में दवाइयों की उपलब्धता आगामी 3 माह के लिए भंडारण हेतु भेजे जानें का कार्य युद्धस्तर पर किया जा रहा है। सभी जिलों के स्वास्थ्य अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि सभी उपचाररत टीबी मरीजों को समय पर समुचित दवाईयां उपलब्ध कराई जावे। उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा का यह प्रयास संवेदनशीलता का उत्कृष्ट उदाहरण है। सूबे में इसकी प्रशंसा की जा रही हैं।