गोबर खरीदी योजना से कृषि क्षेत्र में तब्दीली आएगी : मोहन मरकाम
रायपुर। प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष मोहन मरकाम कहते हैं नरवा,घुरवा और बाड़ी योजना से हमारी सरकार ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करना चाहती है। गोबर खरीदने की योजना से कृषि जगत में नायाब तब्दीली आएगी। रासायनिक खाद से प्रदूषण होता ही है, साथ ही सेहत पर बुरा असर पड़ता है। उनसे रमेश कुमार ‘रिपु’ ने बातचीत की। प्रमुख अंश –
▪ गोबर खरीदी की योजना से क्या यह मान लिया जाए कि कांग्रेस अब हिन्दू होने लगी है?00 बात हिन्दू और मुस्लिम की नहीं है। छत्तीसगढ़ कृषि बाहुल राज्य है। भूपेश बघेल की सरकार चाहती है कि लोग रासायनिक खाद की जगह आर्गेनिक खाद का इस्तेमाल करें। ताकि पर्यावरण में सुधार हो और लोगों कीे सेहत अच्छी बने। पशुपालक से खरीदे गए गोबर से सरकार वर्मी कम्पोस्ट बनाने का काम करेगी। इसके लिए सरकार ने गोधन न्याय योजना बनाई है। पहले चरण में 2240 गोठानों को जोड़ा जाएगा। गोबर की खाद बनाने में स्वसहायता समूहों की मदद ली जाएगी। फिर सहकारी समितियों के माध्यम से इसका विक्रय किया जाएगा।
▪ गोबर खरीदी पर विपक्ष की नाराजगी की वजह आप क्या मानते हैं।00 विपक्ष हमेशा से हर चीज में धर्म की राजनीति करते आया है। गाय,गोबर और राम वन गमन का मुद्दा अब इनके हाथ से निकल गया है। सरकार में आने के बाद हमारी पार्टी चाहती है कि, ग्रामीण किसान गोबर खाद को अहमियत दे। लेकिन विपक्ष गोबर की राजनीति करने पर आमादा है। इसे राज्यकीय चिन्ह घोषित करने की वकालत करते हैं। गोबर पर धार्मिक भावनाएं भड़काने और समुदाय को बांटने की राजनीति कर रहे हैं।
▪ क्या यह मान लिया जाए कि कांग्रेस गोठान,गोबर,और किसान के जरिये गांव की ओर अपना रूख कर ली है।00 छत्तीसगढ़ का गौरवशाली इतिहास रहा है। गांव में हमारी संस्कृति बसती है। यहां की ग्रामीण अर्थव्यवस्था और मजबूत हो, इसलिए भूपेश बघेल की सरकार ने नरवा,गरवा,घुरवा और बाड़ी को प्राथमिकता दे रही है। ताकि अधिक से अधिक लोगों को रोजगार मिल सके।
▪ गाय,गोबर,किसान के जरिये, क्या कांग्रेस अभी से 2023 में होने वाले विधान सभा चुनाव की तैयारी कर रही है।00 चुनाव आते जाते रहते हैं। हमें सरकार में रह कर काम करने का मौका मिला है। प्रदेश में कांग्रेस सरकार बेहतर काम करना चाहती है। एक पहचान बनाना चाहती है। हम चाहते हैं,यहां का किसान समृद्ध हो। यहां के गांव जैविक खाद को अपना कर,पर्यावरण की रक्षा में मिसाल बनें। सरकार की योजनाओं से ग्रामीण छत्तीसगढ़ में हलचल है। प्रदेश सरकार किसानों की सरकार है। इसका प्रमाण है 19 लाख से अधिक किसानों के कर्जे माफ करना। राजीव गांधी न्याय योजना के तहत प्रदेश के सभी किसानों को समर्थन मूल्य के बोनस की पहली किस्त दी गई है। धीरे धीरे सभी किस्तें मिल जाएगी। तेन्दूंपत्ता की बोनस राशि ढाई हजार से बढ़कार चार हजार किया गया है।
▪ जोगी की पार्टी को 12 फीसदी वोट मिले थे। वर्तमाान में जिस तरह कांग्रेस राजनीति के रास्ते पर चल रही है, उससे वह कितने फिसदी वोट जोगी की पार्टी को अपने पक्ष में कर सकती है? 00 चुनाव आते जाते रहते हैं। जोगी जी हमारी पार्टी से प्रदेश के प्रथम मुख्यमंत्री थे। उनके जैसा नेता अब उनकी पार्टी में कोई नहीं है। अब उनकी पार्टी में खलबली है। उनके पदाधिकारी और कार्य कर्ता कांग्रेस में आ रहे हैं। मुझे नहीं लगता कि, अगले चुनाव में जोगी की पार्टी चुनाव लड़ने की स्थिति में रहेगी।
▪ बीजेपी के नए अध्यक्ष विष्णुदेव साय हैं। क्या आपको लगता है 15 सीट से बढ़कर बीेजेपी 40 सीट से ऊपर पा जाएगी।00 मुझे नहीं लगता कि विष्णु देव साय के नेतृत्व में बीजेपी कोई करिश्मा कर पाएगी। बीजेपी को आदिवासी वोटर नकार दिया है। 2013 के चुनाव में हमारे पास आदिवासी की 18 सीटें थी। अब 29 सीट में 28 सीट है। आदिवासी वोटर बीजेपी की ओर झुकेगा,ऐसा नहीं लगता।