नई दिल्ली। नेशनल हेराल्ड केस में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने अपनी चार्जशीट दायर कर दी है. इस चार्जशीट में कांग्रेस नेता सोनिया गांधी और राहुल गांधी के साथ-साथ सैम पित्रोदा और सुमन दुबे का नाम भी शामिल है. यह चार्जशीट दिल्ली के राउज ऐवेन्यु कोर्ट में दायर की गई है.
ईडी की जांच में दावा किया गया है कि सोनिया गांधी और राहुल गांधी की कंपनी यंग इंडियन ने एसोसिएट जर्नल प्रेस लिमिटेड (AJL) की 2000 करोड़ रुपये से ज्यादा की संपत्तियों को सिर्फ 50 लाख रुपये में हासिल किया था. ईडी का कहना है कि यह एक तरह की धोखाधड़ी थी और इसमें 988 करोड़ रुपये की अवैध कमाई की गई. इस मामले की सुनवाई दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में 25 अप्रैल को होगी.
‘चुप नहीं बैठेगी कांग्रेस’
नेशनल हेराल्ड मामले में ईडी द्वारा आरोपपत्र दाखिल करने के बाद जयराम रमेश ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने माइक्रो ब्लॉगिंग साइट एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि कांग्रेस और उसके नेतृत्व को चुप नहीं बैठेगा.
उन्होंने कहा,”नेशनल हेराल्ड की संपत्तियों को जब्त करना कानून के शासन का मुखौटा ओढ़कर एक राज्य प्रायोजित अपराध है. सोनिया गांधी, राहुल गांधी और कुछ अन्य लोगों के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल करना, प्रधानमंत्री और गृह मंत्री द्वारा की गई बदले की राजनीति और डराने-धमकाने की कोशिश के अलावा कुछ नहीं है.”
661 करोड़ रुपये की संपत्तियां जब्त
मामले मे नवंबर 2023 में ईडी ने AJL की 661 करोड़ रुपये की संपत्तियां और 90.2 करोड़ रुपये के शेयर जब्त कर लिए थे, ताकि इन्हें बेचा या ट्रांसफर न किया जा सके. ईडी का कहना है कि यंग इंडियन ने एजेएल की संपत्तियों को बहुत कम कीमत पर लिया, जो अवैध था.
इससे पहले प्रवर्तन निदेशालय ने शनिवार को 661 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति पर कब्जे के लिए नोटिस जारी किया था, जिसे उसने कांग्रेस नियंत्रित ‘नेशनल हेराल्ड’ अखबार और ‘एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड’ (एजेएल) से जुड़े धन शोधन मामले की जांच के तहत कुर्क किया था.
जांच एजेंसी ने एक बयान में कहा था कि उसने सक्षम संपत्ति रजिस्ट्रार को संबंधित दस्तावेज सौंप दिए हैं, जहां संपत्तियां स्थित हैं. बता दें कि ईडी ने दिल्ली, लखनऊ और मुंबई के संबंधित प्रॉपर्टी रजिस्ट्रार को नोटिस भेजे थे.
सुब्रमण्यम स्वामी ने की थी शिकायत
कांग्रेस ने पहले जांच को प्रतिशोध की रणनीति करार दिया था और ईडी को भाजपा का गठबंधन सहयोगी बताया था. दिल्ली की पटियाला हाउस अदालत में मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट द्वारा 26 जून 2014 को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता सुब्रमण्यम स्वामी द्वारा दायर एक शिकायत का संज्ञान लिये जाने के बाद ईडी ने 2021 में जांच शुरू की थी.
ईडी ने कहा कि शिकायत में सोनिया गांधी और उनके सांसद बेटे राहुल गांधी, दिवंगत कांग्रेस नेता मोतीलाल वोरा और ऑस्कर फर्नांडिस और सुमन दुबे, सैम पित्रोदा और एक निजी कंपनी यंग इंडियन समेत कई प्रमुख राजनीतिक हस्तियों की
‘आपराधिक साजिश को उजागर किया गया है. ईडी ने कहा कि शिकायत में इन सभी पर एजेएल से जुड़ी 2,000 करोड़ रुपये से ज्यादा की संपत्तियों को धोखाधड़ी से अपने अधीन लेने से जुड़ी धन शोधन योजना में संलिप्तता का आरोप लगाया गया है.
ईडी ने कहा, आरोपी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई को चुनौतियां दी गईं, लेकिन दिल्ली हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट दोनों ने जांच को आगे बढ़ाते हुए कार्रवाई को बरकरार रखा. नेशनल हेराल्ड एजेएल द्वारा प्रकाशित किया जाता है और इसका स्वामित्व यंग इंडियन प्राइवेट लिमिटेड के पास है. कांग्रेस नेता सोनिया गांधी और राहुल गांधी यंग इंडियन के बहुलांश शेयरधारक हैं और उनमें प्रत्येक के पास 38 प्रतिशत शेयर हैं. कुछ साल पहले इस मामले में ईडी ने उनसे घंटों पूछताछ की थी.
ईडी ने दावा किया कि उसकी जांच में पाया गया कि सोनिया गांधी और राहुल गांधी के कथित नियंत्रण वाली एक निजी कंपनी यंग इंडियन ने मात्र 50 लाख रुपये में एजेएल की 2,000 करोड़ रुपये की संपत्ति हासिल की, जो कि इसकी कीमत से काफी कम है.
ईडी का आरोप है, “यंग इंडियन और एजेएल की संपत्तियों का इस्तेमाल 18 करोड़ रुपये के फर्जी दान, 38 करोड़ रुपये के फर्जी अग्रिम किराए और 29 करोड़ रुपये के फर्जी विज्ञापनों के रूप में अपराध से अर्जित आय के लिए किया गया.”