बस्तर संभाग में बंद का असर, राष्ट्रीय राजमार्ग पर विहिप का चक्का जाम, छावनी में तब्दील हुआ संभाग
जगदलपुर । छत्तीसगढ़ के बेमेतरा जिले के बिरनपुर गांव में दो समुदायों के बीच हुए विवाद और 22 साल के एक युवक की हत्या के विरोध में 10 अप्रैल यानी आज विश्व हिंदू परिषद द्वारा बुलाया गया है. छत्तीसगढ़ बंद का असर बस्तर संभाग में भी देखने को मिल रहा है. बस्तर चेंबर ऑफ कॉमर्स के इस बंद को समर्थन मिलने से संभाग के सातों जिलों में सुबह से ही सभी व्यापारियों ने अपनी अपनी प्रतिष्ठानें बंद रखी हैं,और इस बंद को पूरा समर्थन दिया है, वहीं इस बंद के दौरान किसी भी तरह की विवाद की स्थिति ना हो इसके लिए चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल को तैनात किया गया है।
इधर इस बंद को सफल बनाने के लिए सुबह से ही विश्व हिंदू परिषद के सदस्य बजरंग दल और बीजेपी कार्यकर्ता शहरी क्षेत्रों के साथ ग्रामीण अंचलों में भी घूम घूम कर बंद को सफल बनाने के लिए लोगों से अपील कर रहे हैं. बस्तर में अभी तक इस बंद को लेकर किसी तरह की विवाद की स्थिति उत्पन्न नहीं हुई है, वही बस्तर बंद के साथ हिंदू परिषद और बीजेपी राष्ट्रीय राजमार्ग 30 में लगभग 3 घंटे तक चक्का जाम कर रही है. यहां 2 बजे तक राष्ट्रीय राजमार्ग -30 में चक्का जाम किया जाएगा. इसके लिए भी नेशनल हाईवे पर बड़ी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया है.
राष्ट्रीय राजमार्ग को पर किया चक्का जाम
विश्व हिंदू परिषद कमऔर बीजेपी के लोगों का कहना है कि जिस तरह से बेमेतरा जिला के बिरनपुर गांव और इससे पहले भी छत्तीसगढ़ में कई इलाकों में हिंदू मुस्लिम के बीच विवाद बढ़ रहा है, इसमें प्रशासन कोई ध्यान नहीं दे रहा है, बेमेतरा जिले के बिरनपुर गांव में भी प्रशासन की चूक का नतीजा ही रहा कि 22 साल के भुनेश्वर साहू के घर में घुसकर उसकी हत्या कर दी गई.
लगातार इस तरह के मामले छत्तीसगढ़ में बढ़ते जा रहे हैं जिसके विरोध में विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल और बीजेपी ने आज बंद बुलाया है, विरोध प्रदर्शन कर रहे विश्व हिंदू परिषद के सदस्यों का कहना है कि जब तक हत्या करने वाले दोषियों को फांसी की सजा नहीं दी जाती, तब तक आगे भी विश्व हिंदू परिषद का आंदोलन जारी रहेगा.
शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील
इधर आज छत्तीसगढ़ बंद को आह्वान पर पूरे बस्तर संभाग में भी बड़ी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया है, बस्तर आईजी सुंदरराज पी का कहना है कि सभी से शांति व्यवस्था बनाये रखने की अपील की गई है और पुलिस को भी अलर्ट रहने के निर्देश दिए गए हैं, वहीं बंद के दौरान किसी भी प्रतिष्ठान के मालिक और सांप्रदायिक दंगा ना हो इसके लिए पूरी तरह से पुलिस बल को मुस्तैद रहने को कहा गया है. फिलहाल बस्तर में चेम्बर ऑफ कॉमर्स का समर्थन मिलने से व्यापारियों ने अपनी-अपनी प्रतिष्ठाने सुबह से ही बंद रखी है और बस्तर में अभी बंद को लेकर किसी तरह से कोई विवाद की स्थिति नहीं है.