मशहूर कोरियोग्राफर सरोज खान का कार्डियक अरेस्ट से निधन
मुंबई। बॉलीवुड के कई गानों को अपनी कोरियोग्राफी से शानदार बनाने वाली जानी मानी डांस कोरियोग्राफर सरोज खान ने दुनिया को अलविदा कह दिया है. सबकी चहेती ‘मास्टर जी’ कहकर पुकारी जाने वाली सरोज खान ने 71 साल की उम्र में शुक्रवार तड़के 1.52 बजे मुंबई के बांद्रा स्थित गुरु नानक अस्पताल में अंतिम सांस ली।
22 नवंबर, 1948 को निर्मला नागपाल के रूप में जन्मीं सरोज खान ने तीन साल की उम्र में एक बाल कलाकार के रूप में अपने करियर की शुरुआत की. उन्होंने फिल्म ‘नज़राना’ में चाइल्ड आर्टिस्ट श्यामा का किरदार निभाया.
50 के दशक में उन्होंने एक बैकग्राउंड डांसर के रूप में काम करना शुरू किया था. उन्हें साल 1974 में ‘गीता मेरा नाम’ के साथ एक स्वतंत्र कोरियोग्राफर के रूप में पहला ब्रेक मिला.
तीन बार की राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता को 2000 गानों की कोरियोग्राफी करने का श्रेय दिया गया है, जिसमें प्रतिष्ठित नंबर भी शामिल हैं. जैसे ‘मिस्टर इंडिया’ का ‘हवा हवाई’ (1987), तेजाब का एक दो तीन (1988), बेटा का धक धक करने लगा (1992) और देवदास (2002) का डोला रे डोला.
सरोज खान छोटे पर्दे पर आने वाले कई डांस रिएलिटी शो का भी हिस्सा रहीं. 2005 में शो ‘नच बलिए’ में वह जज के तौर पर नजर आईं. इसी शो के दूसरे सीज़न को भी उन्होंने जज किया.
वह 2008 के शो ‘नचले वे विद सरोज खान’ में दिखाई दीं, जिसे एनडीटीवी इमेजिन पर प्रसारित किया गया था. उन्होंने इस शो के लिए कोरियोग्राफी की.
वह दिसंबर 2008 से सोनी के बूगी वूगी (टीवी सीरीज) शो में जज जाफरी, नावेद जाफरी और रवि बहल के साथ जज के रूप में दिखाई दीं. वह एक लोकप्रिय शो – ‘झलक दिखला जा’ के तीसरे सीज़न में भी जज बनी नजर आई थीं.
सरोज खान ने आखिरी बार 2019 में करण जौहर के प्रोडक्शन तले बनी फिल्म ‘कलंक’ के गाने ‘तबाह हो गए’ में माधुरी दीक्षित को कोरियोग्राफ किया था.
बॉलीवुड में ‘मास्टर जी’ कहकर पुकारी जाने वाली सरोज खान को जनरपट भावपूर्ण श्रद्धांजली अर्पित करता है.