छत्तीसगढ़ का किसान ‘कतरू’ टमाटर बेचकर मालामाल, अब करोड़ों युवाओं के लिए बना प्रेरणास्रोत
बलरामपुर। टमाटर की खेती से लाखों रुपए की कमाई कर करोड़ों लोगों के प्रेरणास्रोत बन चुके छत्तीसगढ़ के प्रगतिशील किसान कतरू स्वरोजगार से मिली आर्थिक सबलता का संदेश दिया है. कतरू ने अपनी सफलता का श्रेय कठिन परिश्रम के साथ उद्यान विभाग दिया है. कतरू वर्तमान में टमाटर की खेती के जरिए 1.5 लाख रुपए की आय अर्जित कर रहे हैं.
राष्ट्रीय बागवानी मिशन योजना के तहत संचालित प्रशिक्षण एवं भ्रमण कार्यक्रम प्रशिक्षित होकर 2023-24 में उद्यान विभाग के सहयोग से टमाटर की खेती शुरू करने वाले किसान कतरू आर्थिक रूप से काफी मजबूत हैं. टमाटर की खेती को लेकर उत्साहित कतरू वर्तमान में 1.5 लाख रुपए से अधिक की आय अर्जित करते हैं.
कतरू ने परंपरागत खेती के बजाय आधुनिक खेती को तवज्जो दिया
करीब 1 हेक्टेयर खेत के मालिक शंकरगढ़ विकासखंड के लाऊ गांव के किसान कतरू का परिवार कई दशकों से खेती कर रहा है, लेकिन कतरू ने परंपरागत खेती के बजाय आधुनिक तकनीकी की मदद से खेती को तवज्जो दिया. कतरू ने उद्यानिकी खेती की उन्नत तकनीक सीखने के लिए उद्यान विभाग द्वारा संचालित राष्ट्रीय बागवानी मिशन योजना के तहत प्रशिक्षण लिया और टमाटर की खेती उत्पादन के साथ-साथ अंतरवर्ती फसल करने का निर्णय लिया.
उद्यान विभाग के सहयोग के कतरू ने1 हेक्टेयर खेत में लगाए टमाटर
उद्यान विभाग द्वारा संचालित प्रशिक्षण से उत्साहित होकर कतरू ने विभाग के सहयोग से अपने 1 हेक्टेयर खेत में टमाटर की खेती शुरू की. विभाग द्वारा किसान कतरू को 25 हजार रुपए का केसीसी, ड्रिप, मल्चिंग, वीडर और स्पेयर का अनुदान भी दिया गया. विभाग के सहयोग और अपनी लगन टमाटर की पहली खेती से ही कतरू ने बम्पर कमाई की.
उद्यान विभाग से मिले सहयोग के लिए किसान कतरू ने विभाग का आभार जताया है. आलम यह है कि टमाटर की खेती से आर्थिक रूप सृदृढ़ हुए किसान कतरू की सफलता को देखते हुए आसपास के कई किसान भी उद्यानिकी फसल को अपनाने के लिए प्रेरित हो रहे हैं.
1 हेक्टेयर टमाटर की फसल से की डेढ़ लाख रुपए की शुद्ध कमाई
किसान कतरू ने बताया कि 1 हेक्टेयर खेत में टमाटर के फसल से उसे लगभग 600 क्विंटल टमाटर प्राप्त हुए. जिसे बाजार में बेचकर खर्चा काटकर उसे लगभग डेढ़ लाख का शुद्ध लाभ हुआ. बकौल कतरू, टमाटर की खेती करने से उसकी आय स्त्रोत में बढ़ोत्तरी हुई, जिससे उसकी आर्थिक स्थिति में सुधार आई.