BJP के आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय के खिलाफ बेंगलुरु में FIR, राहुल गांधी को लेकर किया था ट्वीट
बेंगलुरु। बीजेपी के आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय के खिलाफ कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में FIR दर्ज की गई है। अमित मालवीय पर राहुल गांधी को लेकर विवादित ट्वीट करने का आरोप लगा है। मालवीय के खिलाफ कांग्रेस के पूर्व विधायक रमेश बाबू ने शिकायत की है। मालवीय ने राहुल गांधी को लेकर ट्वीट करते हुए कहा था,’RG खतरनाक है और अंदरूनी सूत्रों का खेल खेल रहे हैं। इससे ज्यादा खतरनाक वह लोग हैं, जो सैम पी जैसे राग के जरिए भारत के खिलाफ कट्टरता फैला रहे हैं। ऐसे लोग पीएम मोदी को शर्मिंदा करने के लिए विदेशों में बदनाम करने में तक कोई कसर नहीं छोड़ते हैं।
Rahul Gandhi is dangerous and playing an insidious game… pic.twitter.com/wYuZijUFAu
— Amit Malviya (मोदी का परिवार) (@amitmalviya) June 17, 2023
कर्नाटक के मंत्री प्रियांक खरगे ने कहा-
कर्नाटक के मंत्री प्रियांक खड़गे ने बीजेपी आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय के खिलाफ दर्ज एफआईआर पर कहा—जब भी बीजेपी को कानून की आंच झेलनी पड़ती है तो वे रोते हैं। उन्हें देश के कानून का पालन करने में समस्या है। मैं बीजेपी से पूछना चाहता हूं कि एफआईआर का कौन सा हिस्सा गलत है। हमने कानूनी राय लेने के बाद ऐसा किया है।
तेजस्वी सूर्या ने लगाया आरोप
तेजस्वी सूर्या ने अमित मालवीय की एफ.आई.आर. पर ट्वीट किया- “अमित मालवीय के खिलाफ दर्ज की गई एफआईआर राजनीति से प्रेरित है। स्पष्ट है कि राहुल गांधी के खिलाफ उनके कथित बयान के लिए आईपीसी की धारा 153ए और 505(2) के तहत मामला दर्ज किया गया है। उपरोक्त दोनों धाराएं पी से संबंधित हैं।
पवन खेड़ा ने दिया जवाब
कर्नाटक में बीजेपी आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय के खिलाफ दर्ज एफआईआर पर कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा कि उनके (अमित मालवीय) खिलाफ और भी एफआईआर दर्ज की जानी चाहिए।’ अगर कोई सच्चाई, तथ्यों, लोगों की छवियों और देश की प्रतिष्ठा के साथ खिलवाड़ करने के लिए जिम्मेदार है, तो वह बीजेपी आईटी सेल है।
प्रियांक खरगे ने जेपी नड्डा, अमित मालवीय, अरुण सूद के खिलाफ की थी शिकायत
बता दें कि इससे पहले कर्नाटक सरकार में मंत्री प्रियांक खरगे ने भी बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और आईटी सेल प्रभारी अमित मालवीय और चंडीगढ़ के प्रदेश अध्यक्ष अरुण सूद के खिलाफ पुलिस में शिकायत की थी। खरगे का आरोप था कि बीजेपी के तीनों पदाधिकारी कांग्रेस नेताओं को बदनाम करने के लिए झूठी, दुर्भावनापूर्ण और भड़काऊ सामग्री फैलाते रहते हैं। उन्होंने शिकायती पत्र में लिखा था कि यह समाज के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देने, अपने समर्थकों को उकसाने और भड़काने के इरादे से बयानबाजी करते हैं।