पूर्व केंद्रीय मंत्री बूटा सिंह का निधन, दिल्ली AIIMS में ली अंतिम सांस
नई दिल्ली। पूर्व गृहमंत्री बूटा सिंह का शुक्रवार को निधन हो गया. बूटा सिंह जालोर-सिरोही संसदीय क्षेत्र से सांसद रह चुके थे. उनका दिल्ली के एम्स में इलाज चल रहा था. सिरोही में जैसे ही उनके निधन की खबर फैली, उनके समर्थकों में शोक की लहर दौड़ गई.
बूटा सिंह जालोर-सिरोही से चार बार लोकसभा के सांसद रहे. इस दौरान उन्होंने यहां कई तरह के विकास के कार्यों को करवाया. जिन्हें जालोर-सिरोही की जनता आज भी याद करती है. जालोर-सिरोही लोकसभा क्षेत्र से बूटा सिंह ने सांसद चुने जाने के बाद आवागमन के संसाधनों का जाल बिछा दिया.उनके सांसद रहने के दौरान आबूरोड सिरोही और जालोर में बस स्टेशन भवनों का निर्माण, सड़कों का निर्माण और जालोर जिले में तिलम संघ की एक औद्योगिक इकाई स्थापित की गई. जिससे स्थानीय लोगों को रोजगार मिला. इसके साथ ही उन्होंने जालोर में महाविद्यालय, सिरोही-जालोर के युवाओं को रोजगार से जोड़ने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री के पद पर रहते हुए दिल्ली पुलिस सीआरपीएफ, बीएसएफ आदि पुलिस बलों की भर्ती आयोजित करवाई. जिससे सैकड़ों बेरोजगार युवाओं को नौकरी मिली.
इसके अलावा जालोर सिरोही जिले में पहली बार बीएसएनल मोबाइल के टॉवर स्थापित कर सबसे पहले मोबाइल नेटवर्क से दोनों जिलों को जोड़ना सहित कई अन्य विकास कार्य बूटा सिंह के नाम से जाने जाएंगे. जालोर जिले को ट्रेन से जोड़ने का काम भी बूटा सिंह के कार्यकाल में किया गया. बूटा सिंह तीसरी, चौथी, पांचवी और सांतवी लोकसभा के सदस्य रहे. उसके बाद वे जालोर-सिरोही संसदीय क्षेत्र से क्रमश: 1984, 1991, 1998 और 99 में लोकसभा सांसद रहे.