उन्नत खेती-किसानी से घसिया सोरी के परिवार में आयी खुशहाली
किसान न्याय योजना की सहायता राशि से नलकूप खनन कर अब साग-सब्जी उत्पादन को दिया बढ़ावा
कोण्डागांव| अपने पैतृक खेती-किसानी को बेहतर ढंग से करने की ललक और मेहनत के बूते कोण्डागांव ब्लॉक के फरसगांव बेड़ा निवासी किसान घसिया सोरी के घर-परिवार में अब खुशहाली आयी है। इस ओर घसिया सोरी ने अपनी सकारात्मक सोच के साथ शासन की योजनाओं से लाभान्वित होकर पूरी मेहनत एवं लगन से उन्नत खेती-किसानी को बढ़ावा दिया है। अपने परिवार की करीब 5 एकड़ कृषि भूमि में खरीफ धान की फसल लेते हैं वहीं रबी में 2 एकड़ रकबा में साग-सब्जी तथा तथा ग्रीष्मकाल के दौरान 3 एकड़ कृषि भूमि में मक्का की पैदावार लेकर आय संवृद्धि कर रहे हैं।
प्रगतिशील कृषक घसिया सोरी से अभी हाल ही में चिपावंड धान खरीदी केन्द्र पर भेंट होने पर उन्होने बताया कि खरीफ में धान की रोपा पद्धति से अच्छी खेती करने के फलस्वरूप भरपूर उत्पादन प्राप्त हो रहा है। विगत वर्ष 80 क्विंटल पतला धान समर्थन मूल्य पर विक्रय किये थे जिसकी राशि सीधे बैंक खाते के जरिये मिली। वहीं राज्य सरकार की राजीव गांधी किसान न्याय योजनान्तर्गत प्राप्त सहायता राशि से घर के कृषि भूमि में नलकूप स्थापित करवाया है, जिससे रबी में साग-सब्जी उत्पादन कर स्थानीय चिपावंड, मालगांव एवं अमरावती बाजार में विक्रय करते हैं। इसके साथ ही ग्रीष्मकाल में 3 एकड़ रकबा पर मक्का की खेती कर अतिरिक्त आय अर्जित कर रहे हैं। खेती-किसानी को बेहतर ढंग से करने के लिए 3 बेटे सहित 2 पुत्र वधु पूरी तरह तालमेल कर सहयोग करते हैं । जिससे परिवार खुशहाल है और बच्चों की पढ़ाई पर ध्यान दे रहे हैं। घसिया सोरी बताते हैं कि परिवार की अच्छी आर्थिक स्थिति के चलते इस वर्ष के शासन की योजना से लाभान्वित होकर बैंक ऋण के जरिये टेªक्टर खरीदा है। जिससे अब खेती-किसानी के लिए पहले के बजाय ज्यादा सहूलियत हो रही है। उन्होने बताया कि इस साल भी धान की भरपूर उत्पादन होने से 80 क्विंटल धान समर्थन मूल्य पर विक्रय कर रहे हैं, जिसकी राशि मिलने पर ट्रेक्टर की ऋण राशि जमा करेंगे। वहीं रबी में साग-सब्जी उत्पादन तथा गर्मी में मक्का की उन्नत खेती को बढ़ावा देंगे, ताकि बैंक ऋण की राशि जमा करने सहित घर-परिवार की जरूरत को पूरा कर सकें। घसिया सोरी ने राज्य सरकार की समर्थन मूल्य पर धान खरीदी व्यवस्था की प्रशंसा करते हुए कहा कि धान खरीदी केन्द्र में टोकन की सुलभता, बारदाना की उपलब्धता के साथ ही समय पर धान की तौल कराने से किसानों को सुविधा हो रही है। उन्होने राजीव गांधी किसान न्याय योजना की अनुदान सहायता को सराहनीय निरूपित करते हुए बताया कि इस राशि से अब किसानों को खेती-किसानी की मजदूरी देने तथा घर-परिवार की जरूरतों को पूरा करने में मदद मिल रही है। किसान घसिया सोरी ने इस योजना के लिए राज्य सरकार के प्रति कृतज्ञता प्रकट कर कहा कि किसानों के हितों के लिए राज्य सरकार संवेदनशील होकर पहल कर रही है। ज्ञातव्य है कि जिले में राजीव गांधी किसान न्याय योजनान्तर्गत वर्ष 2019-20 के तहत् 28059 किसानों को 76 करोड़ 45 लाख 16 हजार रूपये तथा वर्ष 2020-21 में 33475 कृषकों को 86 करोड़ 8 लाख 40 हजार रूपये की अनुदान सहायता दी गयी। वहीं वर्ष 2021-22 में 43855 कृषकों को अब तक 108 करोड़ 45 लाख 4 हजार रूपये की सहायता राशि प्रदाय की गयी है।