विज्ञापन में यूपी के किसान को छत्तीसगढ़ का बता रही सरकार
रायपुर। बीजेपी की राष्ट्रीय महामंत्री सरोज पांडेय ने एक बार फिर भूपेश सरकार पर निशाना साधा है। सरोज पांडेय ने सरकार पर किसान विरोधी चरित्र का परिचय देने का आरोप लगाया है. सरोज ने कहा कि अंबिकापुर में हजारों किसानों के प्रदर्शन के बाद भी यूरिया खाद की आपूर्ति की कोई व्यवस्था नहीं हो पाई. किसान अब भी खाद के लिए परेशान हो रहे हैं।
सरोज पांडेय ने कहा कि यूरिया खाद की किल्लत के कारण प्रदेश के अमूमन सभी जिलों में यही स्थिति बनी हुई है. प्रदेश में कांग्रेस की सरकार के आते ही प्रदेश का अन्नदाता परेशानी और प्रताड़ना का शिकार हो रहा है. उसकी पीड़ा न तो सरकार सुन रही है न उसके नौकरशाह सुन रहे हैं. उल्टे किसानों की दिक्कत को हंसी में टाला जा रहा है.
सरोज पांडेय यहीं नहीं रुकी, सरकार पर ताबाड़तोड़ हमला करती रही. सरोज ने कहा कि किसानों के साथ छल की सियासी फितरत दिखाने और कदम-कदम पर ठगने वाली सरकार है. किसानों के साथ नित-नए झूठ के साथ प्रदेश को अपने विज्ञापनों तक में धोखाधड़ी कर रही है.
उन्होंने कटाक्ष किया कि प्रदेश सरकार ने ‘राजीव गांधी किसान न्याय योजना’ और ‘गोधन न्याय योजना’ के अपने सरकारी विज्ञापन में उत्तर प्रदेश के किसान को छत्तीसगढ़ का किसान बताकर उसकी फोटो लगा दी. जाहिर है, यह काम प्रदेश की भूपेश सरकार ही कर सकती है. छत्तीसगढ़ के एक भी किसान को इस प्रदेश सरकार ने इस लायक छोड़ा ही नहीं है. उसका प्रफुल्लित चेहरा फोटो में आ सके. विज्ञापन में दिख रही किसान की फोटो उत्तर प्रदेश के चिनहट निवासी किसान हरनाम सिंह की है, जो कि पत्रकार आशीष मिश्रा ने खींची थी.
उन्होंने कहा कि सरगुजा के परेशान किसानों ने मंत्री अमरजीत भगत को घेरकर अपनी समस्या के निराकरण की मांग की. किसानों के आक्रोश के आगे विवश मंत्री भगत ने जिलाधीश को खाद की आपूर्ति को दुरुस्त करने का निर्देश दिया, लेकिन जमीनी सच अब भी यही है कि किसान खाद के लिए दर-दर भटकने को विवश हो रहे हैं.