गुजरात : तेज हवा के साथ बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से जानमाल का भारी नुकसान, 17 लोगों की मौत
अहमदाबाद। गुजरात में पिछले 12 घंटे से जारी बेमौसम की बरसात और ओलावृष्टि ने 17 लोगों की जान ले ली। इनमें से 15 लोगों की मौत बिजली गिरने से हुई हैं। वहीं राजकोट में इतने ओले गिरे की वहां किसी हिल स्टेशन जैसा दृश्य पैदा हो गया। लोगों ने बर्फ में खड़े होकर सेल्फी खिंचवाई।
जानकारी के मुताबिक बिजली गिरने से सूरत में 2, बनासकांठा में 2, तापी में 2, भरूच में 2, द्वारका में 1, पंचमहल में 1, सुरेंद्रनगर में 1, अमरेली में 1, मेहसाणा में 1, अहमदाबाद ग्रामीण में 1, साबरकांठा में 1, बोटाद में 1 की मौत हो गई। मेहसाणा के विजापुर और सूरत में पेड़ गिरने से 1 – 1 व्यक्ति की मौत हुई है।
बारिश के साथ तेज हवाओं का कहर
राज्य में अधिकांश जगहों पर तेज हवाएं भी चलीं जिसके कारण कई जगह नुकसान हुआ। कई जगहों पर कच्चे मकान ध्वस्त हुए तो कई जगहों पर कार्तिक मेले में विघ्न पड़ा । बरसात के कारण कार्तिक मेले में व्यापक नुकसान हुआ। हीं कई जगह मंडियों में अनाज गीला हो गया।
राजकोट क्रिकेट स्टेडियम को नुकसान
राजकोट के क्रिकेट स्टेडियम को भारी नुकसान हुआ है। तेज हवा के कारण कई जगह टीन उड़ गए। रूफ टॉप को काफी नुकसान हुआ हैं। बरसात का असर पूरे गुजरात में दिखा। सूरत ,अहमदाबाद ,वडोदरा,कच्छ,भावनगर, बोटाद,नड़ियाद, सहित सभी जगह बारिश हुई। बोटाड में पानी के बहाव में रिक्शा बहती नजर आयी। सूरत में बरसात के कारण सड़कें सुनसान नजर आई। पशुओं की भी मौत की खबरें है।
कहर बनकर टूटी बेमौसम बरसात
वहीं अमरेली,कच्छ,बोटाड, भावनगर, साबरकांठा,बनासकांठा जिलों में लोग आसमानी बिजली का शिकार बने। महेसाणा जिले में एक व्यक्ति की मौत पेड़ के नीचे दबने के कारण हो गई। बेमौसम बरसात कहर बनकर टूटी है। मौसम विभाग ने अगले कुछ दिन और बारिश का अनुमान जताया है। मछुआरों को सलाह दी गई है कि वे सावधानी बरतें और समुद्री किनारों पर नहीं जाएं। समुद्री किनारों पर तेज हवाएं चलने की संभावनाएं हैं।