‘हिंदू नहीं हैं हेमा मालिनी, फिर कैसे पहुंची जगन्नाथ मंदिर’, शिकायत दर्ज

भुवनेश्वर। बॉलीवुड अभिनेत्री हेमा मालिनी के जगन्नाथ मंदिर में प्रवेश को लेकर उठे विवाद मामले में जगन्नाथ सेना ने पुरी के सिंहद्वार पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई है. जिसमें हेमा मालिनी को मंदिर में प्रवेश करने में मदद करने वाले व्यक्ति के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की गई है. साथ ही हेमा मालिनी पर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने और उनका उल्लंघन करने का आरोप लगाया गया है. इसी बीच हेमा मालिनी ने मंदिर प्रशासन को ईमेल के जरिए स्पष्टीकरण दिया है.

पुरी के जिला मजिस्ट्रेट सिद्धार्थ शंकर स्वैन ने कहा कि जगन्नाथ मंदिर में विशेष नियम और प्रतिबंध हैं. इस घटना के सामने आने के बाद अभिनेत्री हेमा मालिनी ने खुद मंदिर प्रशासन को एक ईमेल भेजा और अपना स्पष्टीकरण दिया है. उन्होंने पत्र में लिखा है किया कि वह जन्म से हिंदू हैं और सनातन हिंदू धर्म के सभी नियमों और विनियमों का पालन करती हैं. हलफनामे में उनका नाम हेमा धर्मेंद्र देओल है. जगन्नाथ मंदिर में यह उनकी पहली यात्रा नहीं है. वह पहले गुरु केलुचरण महापात्रा के साथ जगन्नाथ मंदिर जा चुकी हैं.
संगठन ने दावा किया है कि मुस्लिम परंपराओं के अनुसार अभिनेता धर्मेंद्र से शादी करने के बाद, हेमा मालिनी ने श्रीमंदिर जाकर हिंदू भावनाओं को ठेस पहुंचाई है. शिकायत के अनुसार, हेमा मालिनी और धर्मेंद्र ने 21 अगस्त, 1979 को मुंबई में शादी की थी. उनका निकाह (विवाह) मौलाना काजी अब्दुल्ला फैजाबादी ने मुस्लिम कानून के अनुसार 1.11 लाख रुपए महर में कराया था. आगे दावा किया गया कि धर्मेंद्र, जो पहले से ही प्रकाश कौर से विवाहित हैं और चार बच्चों के पिता हैं, उन्होंने हिंदू विवाह अधिनियम 1955 को दरकिनार करने के लिए इस्लाम धर्म अपना लिया था.
जगन्नाथ सेना प्रमुख प्रियदर्शन पटनायक ने कहा कि पुलिस को मालिनी को नोटिस देना चाहिए. उन्होंने आगे मांग की है कि अगर आरोप सही पाए जाते हैं, तो मालिनी की गिरफ्तारी होनी चाहिए.
बता दें कि अभिनेत्री हेमा मालिनी ने हाल ही में ओडिशा में होली पर जगन्नाथ मंदिर का दौरा किया था. हेमा मालिनी ने पुरी सांसद और भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा की मौजूदगी में भगवान जगन्नाथ की पूजा-अर्चना की और उनका आशीर्वाद लिया था.