November 15, 2024

Holi 2024 : होलिका दहन पर अशुभ भद्रा का साया, रात 11.15 बजे तक नहीं जलेगी होली, यहां जानें शुभ मुहूर्त से लेकर पूजा की पूरी विधि

रायपुर । Holika Dahan And Puja Timing: रंगो का पर्व पूरे देश 25 मार्च सोमवार को धूमधाम से मनाया जाएगा. इसके लिए बाज़ार सज गए, तैयारियां भी हो गई. इसके पहले आज 24 मार्च की रात को होलिका दहन (Holika Dahan) होगी. इसके लिए भी देशभर में तैयारी है. लेकिन इस बार अशुभ भद्रा होने के कारण होलिका दहन रात को सवा 11 बजे से पहले नहीं की होगी.

ज्योतिषाचार्य पंडित कृष्णाराम शर्मा ने बताया कि इस बार भारी भद्रा का साया है. सुबह 9 बजकर 56 मिनट से रात 11 बजकर 14 मिनट तक भद्रा रहेगी. इस कारण होलिका दहन का शुभ मुहूर्त भद्रा के बाद रात 11 बजकर 14 मिनट से मध्य रात्रि 12 बजकर 14 मिनट बजे तक रहेगा. होलिका दहन के लिए सही समय का होना बेहद जरूरी है. इस बार होलिका दहन के दिन भद्राकाल लग रहा है. भद्राकाल में किसी भी प्रकार का शुभ कार्य, पूजा पाठ, होम जप, हवन इत्यादि नहीं किया जाता है. भद्रा काल में सारे काम करना वर्जित माना गया है.

ये विशेष योग भी बन रहे हैं
होली पर सर्वार्थ सिद्धि, लक्ष्मी, पर्वत, केदार, वरिष्ठ, अमला, उभयचरी, सरल और शश महापुरुष योग बन रहे हैं. इन विशेष योगों में होलिका दहन का पर्व मनाया जाएगा. ज्योतिषियों की मानें तो ऐसा शुभ योग 700 साल के बाद बन रहा है. इन योगों में होलिका दहन होने से रोग, परेशानियां दूर होंगी, सुख -समृद्धि आएगी.

जानें पूजा की विधि
पूजा की सभी सामग्री लेकर होलिका दहन के लिए जाएं. उत्तर या पूर्व दिशा की और मुंह करके पूजा करें, भगवन नृसिंह और प्रह्लाद को प्रणाम करें. वहां सबसे पहले जल अर्पित करें और जल अर्पित करते समय सात परिक्रमा लगाएं. इसके साथ होलिका पर कच्चा सूत बांधें, फिर गाय के गोबर से बने उपले अर्पित करें. इसके बाद हल्दी, गुलाल और फूल अर्पित करें.

इस बार चंद्रग्रहण भी
बता दें कि इस साल होली पर साल का पहला चंद्रग्रहण भी लगने वाला है. यह 25 मार्च को सुबह 10:34 बजे से दोपहर 3:01 बजे तक होगा. यानि चंद्रग्रहण कुल 4 घंटे 36 मिनट का होगा. लेकिन बताया जा रहा है कि इसका भारत पर प्रभाव नहीं पड़ेगा. न तो यह भारत में दिखेगा और न ही सूतककाल मान्य होगा.

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