वेदांता 3 महीने में कैसे चुकाएगी 8300 करोड़ का कर्ज? अब मूडीज ने भी घटाई रेटिंग
नईदिल्ली। उद्योगपति अनिल अग्रवाल की कंपनी वेदांता रिसोर्सेज की मुश्किलें अब और बढ़ती जा रही है. कंपनी पहले से भारी कर्ज के दर्द को झेल रही है. अब मूडीज इंवेस्टर्स सर्विसेस ने कंपनी की क्रेडिट रेटिंग गिरा दी है. इसकी वजह कंपनी के कर्ज चुकाने की हालत को लेकर जोखिम का बढ़ना है. इतना ही नहीं मूडीज ने कंपनी के लिए अपने निगेटिव आउटलुक को बरकरार रखा है.
मूडीज ने वेदांता रिसोर्सेज की रेटिंग आगे और घटाए जाने को लेकर चेतावनी दी है. मूडीज का कहना है कि अगर कंपनी आने वाले समय में कर्ज चुकाने के लिए फंडिंग नहीं जुटा पाती है, तो उसकी रेटिंग को और घटा दिया जाएगा.
जनवरी में ही चुकाने हैं 8300 करोड़
वेदांता रिसोर्सेज लिमिटेड के एक बिलियन डॉलर (करीब 8300 करोड़ रुपये) के बॉन्ड जनवरी 2024 में ही मैच्योर हो रहे हैं. इतनी ही राशि का एक बॉन्ड अगस्त 2024 में भी मैच्योर होगा. यानी वेदांता को ब्याज के साथ ये पैसा लौटाना है. मूडीज का कहना है कि वेदांता अपने कर्ज के लिए फंड जुटाने में कोई खास प्रगति नहीं दिखा पाया है. ऐसे में अगले कुछ महीनों में उसके डेट रिस्ट्रक्वरिंग को लेकर रिस्क बढ़ा है. इसलिए मूडीज वेदांता की रेटिंग घटाई है.
वेदांता की रेटिंग हुई ये
मूडीज ने वेदांता की रेटिंग को अब Caa2 कर दिया है. पहले ये Caa1 थी. इतना ही नहीं मूडीज ने वेदांता के सीनियर अनसिक्योर्ड बॉन्ड की रेटिंग भी कम की है. ये पहले Caa2 थी जिसे अब Caa3 कर दिया गया है. रेटिंग एजेंसी की इन रेटिंग से किसी कंपनी के कर्ज और रिटर्न को लेकर जोखिम का पता चलता है.
वेदांता रिसोर्सेज, भारत में लिस्टेड वेदांता लिमिटेड कर पेरेंट कंपनी है. जनवरी और अगस्त की किस्त के अलावा कंपनी को मार्च 2025 में 1.2 अरब डॉलर यानी 9,990 करोड़ रुपये का कर्ज और चुकाना है.