अमानवीयता : अस्पताल ने कोरोना संक्रमित के शव को बनाया बंधक…
कोरबा। छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में एक निजी अस्पताल द्वारा कोरोना संक्रमित के शव को भुगतान के नाम पर रोके जाना का मामला सामने आया हैं। कुछ अस्पताल कोरोना काल में भी लोगों से रुपए ऐठने में लगे हुए हैं. ऐसी ही एक घटना कोरबा के एक निजी अस्पताल से सामने आई है. यहां कोरोना पॉजिटिव मरीज की उपचार के दौरान मौत हो गई. परिजनों का आरोप है कि अस्पताल प्रबंधन ने इलाज पर खर्च हुए रुपए नहीं देने की बात कहकर शव देने से इंकार कर दिया. परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन के इस रवैये पर आपत्ति जताई है.
परिजनों का आरोप है कि मरीज को 1 लाख 60 हजार के पैकेज मैं यहां भर्ती किया गया था. यह राशि पहले ही अदा कर दी गई. तय समय सीमा में मरीज ठीक नहीं हो सका और उसकी मौत हो गई. इसके बाद भी अस्पताल प्रबंधन परिजनों से 1 लाख 42 हजार की मांग कर रहा है. आरोप है कि शव को अस्पताल प्रशासन ने बंधक बना रखा है.
मृतक राहुल के मित्र ने बताया कि सर्दी, खांसी, बुखार होने पर राहुल को कोविड-19 हाॅस्पिटल में भर्ती कराया गया था. वहां ठीक तरह से उपचार नहीं मिलने पर राहुल ने इसकी जानकारी अपने परिजनों को दी थी. इसके बाद उसे कृष्णा हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था. बातचीत के आधार पर अस्पताल प्रबंधन को 1लाख 60 हजार की राशि पहले अदा कर दी गई थी.
मृतक राहुल के दोस्त का कहना है कि अस्पताल प्रबंधन मनमाने तरीके से रुपयों की मांग कर रहा है, लेकिन मृतक के परिजन दोबारा इतनी राशि देने में सक्षम नहीं है. वहीं परिजनों के तरफ से किए गए हंगामे और मीडिया की उपस्थिति के बाद विवाद शांत हुआ और अस्पताल के डॉक्टर चंद्रा ने परिजनों को शव सौंपने की बात कही, उन्होंने कहा कि इस मामले में विवाद जैसी कोई स्थिति नहीं है.