मुंबई । सोना निवेश के सबसे सुरक्षित तरीके में शुमार है. सोने के रेट (Gold Price Hike)जैसे बढ़ रहे हैं, उसको देखते हुए गोल्ड में निवेश हॉट केक बना हुआ है. ताजा रिपोर्ट की माने तो सोना इस साल 1.30 लाख प्रति तोला (10 ग्राम) के पार पहुंच सकता है. फिलहाल, 24 कैरेट सोने का बाजार भाव 96,390 प्रति 10 ग्राम है और अगर अनुमान सही निकला तो सोने में आज किया गया निवेश साल भर में प्रति दस ग्राम करीब 34000 रुपए का मुनाफा दे सकता है.

इन्वेस्टमेंट बैंक गोल्डमैन सैक्स ने ताजा अनुमान कहा है कि अमेरिकी टैरिफ,चीन में ट्रेड वॉर व शादियों का मौसम के चलते सोने की कीमतों में वृद्धि संभव हैं. कीमतें अतरराष्ट्रीय स्तर पर 4,500 डॉलर प्रति औंस तक जा सकती हैं, जिससे सोना 1.30 लाख प्रति 10 ग्राम पर पहुंच सकता है.

वर्तमान में भारतीय बाजार में सोना प्रति 10 ग्राम 96,390 रुपए है
गौरतलब है वर्तमान में भारत में सोने का भाव प्रति 10 ग्राम 96,390 रुपए है इस तरह कीमतों में लगभग 38 प्रतिशत की बढ़ोतरी हो सकती है. गोल्डमैन सैक्स ने अमेरिकी-चीन व्यापार युद्ध और मंदी की आशंकाओं को देखते हुए यह अनुमान लगाया है. 12 अप्रैल को दिल्ली सर्राफा बाजार में सोने के दाम 6,250 रुपए उछलकर 96,450 रुपए प्रति 10 ग्राम के रिकार्ड स्तर पर पहुंच गया था.

अनुमान है कि साल 2025 के अंत तक बढ़ सकती हैं रिकॉर्ड कीमतें
गोल्डमैन सैक्स का कहना है कि अगर हालात बहुत खराब होते हैं, तो 2025 के अंत तक अंतर्राष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमतें 4,500 डालर प्रति औंस तक पहुंच सकती हैं. उसका यह भी कहना है कि सामान्य स्थिति में भी सोने की कीमतें 2025 के अंत तक 3,700 डॉलर प्रति औंस तक बढ़ सकती हैं. बता दें, गोल्डमैन सैक्स ने 2025 के अंत के लिए सोने के टारगेट में तीसरी बार बदलाव किया है.

इससे पहले इस विदेशी बैंक ने सोने की कीमत का टारगेट 3,300 डालर प्रति औंस तय किया था. विदेशी फर्म का कहना है कि अमेरिका और चीन के बीच व्यापार युद्ध बढ़ने के कारण अमेरिकी अर्थव्यवस्था को लेकर चिंताएं बढ़ गई हैं. इसलिए, मंदी से बचने के लिए सोने की मांग बढ़ गई है.

अंतरराष्ट्रीय बाजार में पिछले हफ्ते कीमतों में हुई थी 6.5% की बढ़ोतरी
पिछले सप्ताह सोने की कीमतों में 6.5 फीसदी की बढ़ोतरी हुई. माना जा रहा है कि कोरोना के बाद सोने का यह सबसे अच्छा साप्ताहिक प्रदर्शन था. इसकी वजह राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ शुल्क से बढ़ती अस्थिरता है. इससे सोने की कीमतों को सहारा मिल रहा है.

बाजार में अस्थिरता की चिंता से सोने की तरफ आकर्षित हो रहे निवेशक
बाजार विश्लेषकों कहना है कि मंदी का खतरा, बॉन्ड यील्ड में बढ़ोत्तरी और वित्तीय अस्थिरता की चिंता निवेशकों को सोने की तरफ आकर्षित कर रही है. बॉन्ड यील्ड का मतलब बॉन्ड पर मिलने वाला ब्याज जब बढ़ती है तो निवेशक बांड में निवेश की ओर अधिक बढ़ते हैं.

केंद्रीय बैंक, खासकर उभरते बाजारों में, डॉलर पर अपनी निर्भरता कम करने की कोशिश कर रहे हैं. इसलिए वे ज्यादा मात्रा में सोना खरीद रहे हैं। इसका मतलब है कि जो देश अभी विकास कर रहे हैं, वे डॉलर की जगह सोना रखने पर ज्यादा ध्यान दे रहे हैं.

डॉलर पर अपनी निर्भरता कम करने की कोशिश कर रहे ंहैं केंद्रीय बैंक
सिर्फ व्यक्तिगत निवेशक ही नहीं, बल्कि केंद्रीय बैंक भी सोने की मांग बढ़ा रहे हैं. इससे कीमतों को सहारा मिल रहा है. इस साल की पहली तिमाही में सोने में निवेश करने वाले गोल्ड आधारित एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) में 2020 के बाद से सबसे ज्यादा निवेश हुआ है.

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