मालदीव दिखा रहा है आंखें?,15 मार्च तक सेना को वापस बुलाने को कहा, तुर्की से अनाज, थाईलैंड में इलाज, चीन से लौटते ही मुइज्जू ने भारत विरोधी फैसलों की लगा दी झड़ी
माले। मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू चीन से लौटने के बाद खुलकर भारत विरोधी फैसले ले रहे हैं। उन्होंने मालदीव पहुंचते ही भारत का बिना नाम लिए धमकी दी थी। मुइज्जू ने कहा था कि उनका देश भले ही छोटा है, लेकिन उसे कोई धमका नहीं सकता है। उन्होंने यह भी कहा था कि पिछली सरकार हर एक योजना के लिए एक खास देश पर निर्भर थी। इसके बाद मुइज्जू की सरकार ने भारतीय उच्चायुक्त को तलब कर मालदीव में मौजूद भारत के सैनिकों को 25 मार्च तक लौटने का अल्टीमेटम दिया। इसके साथ ही मुइज्जू ने भारत पर मालदीव की निर्भरता कम करने के लिए फैसले लेना शुरू कर दिया है। हालांकि, इसका सीधा असर मालदीव की गरीब जनता पर होगा। मालदीव भारत पर मुख्य रूप से अनाज, दवाइयां, शिक्षा और स्वास्थ्य के लिए निर्भर है।
थाईलैंड और यूएई में मालदीव के लोगों का होगा इलाज!
चीन से लौटने के बाद राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने ऐलान किया है कि उनकी सरकार मालदीव के नागरिकों के लिए चिकित्सा उपचार को कवर करने वाली सरकारी स्वास्थ्य बीमा योजना का विस्तार थाईलैंड और संयुक्त अरब अमीरात तक करने के लिए काम कर रही है। वर्तमान में यह योजना भारत और श्रीलंका के अस्पतालों में उपलब्ध है। मुइज्जू ने कहा, “किसी विशेष देश में मालदीव की सरकारी स्वास्थ्य बीमा योजना को उपलब्ध कराने के बजाए हम बेहतर गुणवत्ता वाले देशों संयुक्त अरब अमीरात और थाईलैंड में इसका का विस्तार करेंगे। उन्होंने यहां तक कह दिया कि पिछली सरकार हर निर्णय लेने के लिए एक विशेष देश पर निर्भर थी। उनका इशारा भारत की ओर था, लेकिन उन्होंने नाम नहीं लिया।
तुर्की से अनाज का आयात करेगा मालदीव
मुइज्जू ने कहा कि किसी एक देश पर निर्भर रहने के बजाय तुर्की से खाद्यान आयात के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए गए हैं। चीन की अपनी यात्रा के समापन के बाद वेलाना अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पत्रकारों से बात करते हुए, राष्ट्रपति मुइज्जू ने कहा कि खाद्य पदार्थों और सामान्य उपयोग किए जाने वाले खाद्य और पेय पदार्थों के आयात के लिए विभिन्न देशों के साथ समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए हैं। उन्होंने कहा कि तुर्की के साथ एक वर्ष के लिए पर्याप्त चावल, चीनी, आटा और अन्य वस्तुओं की आपूर्ति के लिए समझौता किया गया है। उन्होंने बताया कि तुर्की से आटे की पहली खेप फरवरी में आएगी।
दवाइयों के लिए यूरोप और अमेरिका से करार
मोहम्मद मुइज्जू ने कहा है कि मालदीव की सरकार ने यूरोपीय और अमेरिकी देशों से सीधे दवा आयात करने का निर्णय लिया है। चीन से लौटने के बाद मुइज्जू ने कहा कि सरकार ने यूरोप और अमेरिका से सीधे खरीदारी करने के पक्ष में फैसला किया है। इससे मालदीव को सस्ती दवा मिलेगी, क्योंकि इन देशों में दवाओं का उत्पादन किया जाता है। उन्होंने कहा कि हम चीजों को इस तरह बदल देंगे कि आम दवा का आयात बंद हो जाएगा और हमें यूरोप और अमेरिका में जहां इसका निर्माण होता है, वहां से सीधे दवा आयात करना पड़ेगा। मालदीव में आयात की जाने वाली अधिकांश दवाएं वर्तमान में भारत से जाती हैं।