जनता कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. रेणु जोगी और प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी ने भाजपा के ऑपरेशन लोटस को ठहराया जिम्मेदार
०० डॉ. रेणु जोगी ने कहा, मेरे व संभवत: अमित जोगी के जीवित रहते जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ का भाजपा में नहीं होगा विलय
रायपुर| जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़-जेसीसीजे विधायक दल के नेता रहे धर्मजीत सिंह के निष्कासन के बाद प्रदेश की राजनीति गरमाई हुई है। धर्मजीत सिंह ने पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी पर गंभीर आरोप लगाए। अब जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ की केंद्रीय अध्यक्ष डॉ. रेणु जोगी और प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी ने इस पूरे घटनाक्रम के लिए भाजपा के ऑपरेशन लोटस को जिम्मेदार ठहराया है। डॉ. रेणु जोगी ने तो साफ शब्दों में कह दिया कि, मेरे और संभवत: अमित जोगी के जीवित रहते जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ का भाजपा में विलय नहीं होगा।
सिविल लाइन स्थित अपने निवास में प्रेस से चर्चा के दौरान डॉ. रेणु जोगी ने कहा, 16-17 साल का मेरा राजनीतिक जीवन है। यह मेरे राजनीतिक जीवन का सबसे दु:खद दिन है। जिन धर्मजीत सिंह को मैं अपना छोटा भाई मानती थी उन्हें अपनी ही कलम से निष्कासित करना पड़ा। उन्होंने कहा, जो महाराष्ट्र में शिवसेना, झारखंड में झारखंड मुक्ति मोर्चा और बिहार में जनता दल यूनाइटेड के साथ हुआ। उसी क्रम में छत्तीसगढ़ में भी हमारी पार्टी को क्षति पहुंचाने की पूरी साजिश रची गई। हमें सूत्रों से पता चला था कि, बहुत जल्द जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ का जबरदस्ती भाजपा में विलय करा दिया जाएगा। पार्टी को हथियाने का प्रयास किया जा रहा था।इस पूरी पटकथा की रचना कुछ महीनों से दिल्ली से रायपुर के बीच रची जा रही थी। मैंने कई बार अपने दल के दो विधायक धर्मजीत सिंह और प्रमोद शर्मा से चर्चा करनी चाही। किसी भी बहकावे में न आने का निवेदन किया। 27 अगस्त 2022 को हमारे दल के दोनों प्रमुख विधायक रायपुर में केंद्रीय मंत्री अमित शाह के कार्यक्रम में गए। वहां उन्होंने भाजपा के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात की। एक सितम्बर को मैं उपचार के लिए मेदांता में भर्ती हुई। उस दौरान दोनों विधायक दिल्ली में थे लेकिन मेरे स्वास्थ्य की कोई जानकारी नहीं ली। मिलने भी नहीं आए। दिल्ली में वे भाजपा नेताओं से मिलते रहे और पूरे षड्यंत्र का खाका वहां रचा। डाॅ. रेणु जोगी ने कहा, अजीत जोगी जी जीवन भर जिस दल की विचारधारा के विरुद्ध लड़ते रहे, उस दल में जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) का विलय होने की कल्पना भी करना जोगी जी की दिवंगत आत्मा का अपमान है। मैं यह स्पष्ट कर दूं कि मेरे जीवित रहते और अमित के जीवित रहते, जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) का भाजपा में विलय कभी नहीं होगा।
डॉ. रेणु जोगी ने कहा, स्वर्गीय अजीत जोगी की विचारधारा और मूल सिद्धांतों के खिलाफ हजारों कार्यकर्ताओं की इच्छाओं के विरुद्ध पार्टी के राष्ट्रीय, प्रदेश अध्यक्ष और पदाधिकारियों की सोच और विचारधारा के विपरीत जाकर भाजपा में विलय का बहुत बड़ा षड्यंत्र रचा गया। पार्टी के अस्तित्व को बचाने के लिए हमारे पास कोई विकल्प नहीं था। उन्हें भारी मन से निष्कासन की कार्यवाही करनी पड़ी। क्योंकि कोर कमेटी के सभी सदस्य जो इतवार के दिन यहां इकट्ठा हुए थे, उनका एकमत था कि पार्टी को बचाना है। जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी ने कहा, विलय की पूरी पटकथा लिख दी गई थी। हम लोग विधानसभा अध्यक्ष से मिलने गए तो उन्होंने खुद कहा कि इन लोगों ने मिलने के लिए समय मांगा है। अरे किसलिए समय मांगा था! हमारी जानकारी में तो नहीं था! मतलब! क्योंकि मेरे पिताजी का स्वर्गवास हो गया, देवव्रत सिंह जी नहीं रहे, उस स्थिति का फायदा उठाकर आप दो तिहाई बन जाते। पार्टी का चिन्ह आपके पास, पार्टी का नाम आपके पास। मेरे पिताजी की खून-पसीने की बनाई हुई जो यह पार्टी है उसे हम ऐसे ही खत्म होने देते?
अमित जोगी ने कहा, 31 जुलाई 2022 को जेपी नड्डा ने पटना में एक व्यक्तव्य दिया। कहा – “ऐसा लगता है कि देश में सभी क्षेत्रीय दल खत्म हो जाएंगे और रहेगी तो केवल भाजपा।’ यह क्या है? भारत में लोकतांत्रित व्यवस्था है। क्या भाजपा किसी और पार्टी को रहने ही नहीं देना चाहती? भाजपा के द्वारा हर जगह विरोध और विविधता की आवाज को खत्म किया जा रहा है। उसको कुचलने का प्रयास किया जा रहा है। वह यहां छत्तीसगढ़ में भी हो रहा है। यह ऑपरेशन लोटस केवल दिल्ली और महाराष्ट्र तक सीमित नहीं रहा। आठ प्रांतों में चुनी हुई सरकारों को गिराया गया है। यहां भी यही साजिश रची जा रही थी। बहुत दुर्भाग्य है कि इसमें हमारे चाचा जी उनके साथ हो लिए। अमित जोगी ने धर्मजीत सिंह के आरोपों पर भी सफाई दी। उन्होंने कहा, मेरी उनकी पत्नी से ऐसी कोई बात नहीं हुई। यह सब जानते हैं कि धर्मजीत सिंह फोन नहीं उठाते हैं। उनसे बात करने के लिए आंटी (धर्मजीत सिंह की पत्नी) को फोन लगाया जाता है। उस दिन भी ऐसे ही बात हुई थी। मेरी मां अस्पताल में पड़ी थीं, मुझे जानकारी मिली कि ये लोग क्या कर रहे हैं, उस समय भावना में आकर मैंने ये बातें कहीं। लेकिन यह कहना कि उनकी पत्नी को अपशब्द कहा तो इसका तो प्रश्न ही नहीं उठता। कोई ऋचा (अमित जोगी की पत्नी) के साथ ऐसा करके देखे तो मैं इतने दिन शांत रहता।