November 14, 2024

सत्ता और संगठन की सीक्रेट मीटिंग फिर रमन को भेजा बुलावा, जेपी नड्डा ने अकेले में की इन खास मुद्दों पर चर्चा

रायपुर। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा गुरुवार को छत्तीसगढ़ के दौरे पर थे। रायपुर में जेपी नड्डा ने कई कार्यक्रमों में शिरकत की। जेपी नड्डा ने बीजेपी सदस्यता अभियान की समीक्षा करने के बाद सीएम, सरकार के मंत्रियों और प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंहदेव के साथ सीक्रेट मीटिंग की। इस सीक्रेट मीटिंग में पूर्व सीएम रमन सिंह को नहीं बुलाया गया था। रमन सिंह को बैठक में करीब 40 मिनट बाद बुलाया गया था। जेपी नड्डा की इस सीक्रेट मीटिंग को लेकर प्रदेश की सियासी अटकलें एक बार फिर से तेज हो गई हैं। रमन सिंह को सीक्रेट बैठक में नहीं बुलाए जाने को लेकर कई तरह की चर्चाएं हो रही हैं।

प्रदेश कार्यालय में हुआ बैठक
जेपी नड्डा ने सत्ता और संगठन के पदाधिकारियों के साथ अहम बैठक की। इस बैठक में कई मुद्दों पर रणनीति बनी। इसी के साथ ही छत्तीसगढ़ में सदस्यता अभियान के टारगेट को बढ़ा दिया गया है। बीजेपी ने पहले छत्तीसगढ़ के लिए 50 लाख नए सदस्यों को जोड़ने का टारगेट रखा था। अब इस टारगेट को बढ़ाकर 60 लाख कर दिया गया है।

किन मुद्दों पर हुई चर्चा
सीक्रेट मीटिंग में जपी नड्डा ने विष्णुदेव साय सरकार के कामकाज की समीक्षा की है। इसके साथ ही निगम-मंडल और आयोग के नामों पर अंतिम मुहर लगने को लेकर मंथन किया गया। सूत्रों के अनुसार, जेपी नड्डा ने कहा कि जो नाम पहले से तय है फिलहाल अभी उन नामों की सूची जारी नहीं की जाए। उन्होंने कहा कि सदस्यता अभियान का टारगेट पूरा होने का बाद नाम की घोषणा हो। बताया जा रहा है कि टारगेट को पूरा करने वाले नेताओं की परफॉर्मेंस को देखकर भी फैसले लिए जा सकते हैं।

रायपुर दक्षिण विधानसभा सीट पर भी चर्चा
जेपी नड्डा ने इस बैठक में रायपुर दक्षिण विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव को लेकर भी चर्चा की है। बड़ी बात ये है कि इस बैठक में सांसद ब्रजमोहन अग्रवाल को शामिल किया गया था। ब्रजमोहन अग्रवाल रायपुर दक्षिण विधानसभा सीट से लगातार 8 बार चुनाव जीत चुके हैं। उन्हीं के इस्तीफे से यह सीट खाली हुई है।

दिल्ली में हुई थी रमन सिंह से मुलाकात
जेपी नड्डा के छत्तीसगढ़ दौरे के एक दिन पहले रमन सिंह और जेपी नड्डा की मुलाकात दिल्ली में हुई थी। इस दौरान प्रदेश को लेकर चर्चा की गई है। कहा जा रहा है कि नगरीय निकाय चुनाव से पहले बीजेपी संगठनात्मक बदलाव कर सकती है।

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