मल्लिकार्जुन खड़गे बने कांग्रेस के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष
छत्तीसगढ़ से मिले एकतरफा वोट, शशि थरूर को एजेंट तक नहीं मिल पाये थे
रायपुर| कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष की चुनाव प्रक्रिया पूरी हो गई है। बुधवार को मतगणना में मल्लिकार्जुन खड़गे ने शशि थरूर को बड़े अंतर से हरा दिया। कुल 9 हजार 385 वोटों में से खड़गे को सात हजार 897 वोट मिले हैं। इसी के साथ खड़गे काे नया अध्यक्ष घोषित कर दिया गया है। खड़गे को छत्तीसगढ़ से भी एकतरफा वोट मिले हैं।
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष के मतदान की प्रक्रिया 17 अक्टूबर को पूरी की गई। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के प्रदेश मुख्यालय राजीव भवन को मतदान केंद्र बनाया गया था। प्रदेश में 311 मतदाताओं को मतदान करना था। उनमें से 300 ने मतदान किया यानी 98% से अधिक लोगों से मतदान किया। इसमें मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सहित तमाम मंत्री, विधायक, पदाधिकारी और प्रदेश कांग्रेस के डेलीगेट शामिल थे। मतदान से पहले ही संकेत मिल गया था कि छत्तीसगढ़ से अधिकतर वोट मल्लिकार्जुन खड़गे को ही मिल रहे हैं। मतदान से तीन दिन पहले ही खड़गे के लिए चार नेताओं को पोलिंग एजेंट बनाया गया था।
शशि थरूर की चुनाव अभियान समिति को छत्तीसगढ़ से एक भी पोलिंग एजेंट नहीं मिल रहा था। पहले हुआ कि उसके लिए दिल्ली से किसी को भेजा जाएगा। बाद में सरगुजा क्षेत्र के दो कार्यकर्ता विनय कुमार पावले और हरिप्रसाद कुशवाहा को थरूर का पोलिंग एजेंट बनाकर प्रक्रिया पूरी कराई गई। मतदान के बाद मतपेटी को सीलकर दिल्ली भेजा गया। चुनाव जीतने के बाद खड़गे देश की सबसे पुरानी पार्टी में सोनिया गांधी के उत्तराधिकारी बनेंगे। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा, पार्टी के अधिसंख्य डेलीगेट्स ने खड़गे जी को समर्थन दिया है। इस तरह वे एक सर्वमान्य नेता के तौर पर उभरे हैं। शुक्ला ने उम्मीद जताई कि मल्लिकार्जुन खड़गे के नेतृत्व में पार्टी अगला चुनाव जीतेगी।
मरकाम और चावला ने नये अध्यक्ष को छत्तीसगढ़ आमंत्रित किया :- मतगणना की प्रक्रिया शुरू होने से पहले ही एआईसीसी ने सभी प्रदेश अध्यक्षों को दिल्ली बुला लिया था। छत्तीसगढ़ के प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम, प्रभारी महामंत्री अमरजीत चावला और युवा कांग्रेस के प्रवक्ता सुबोध हरितवाल आदि शाम को ही दिल्ली पहुंच गये थे। छत्तीसगढ़ की ओर से मोहन मरकाम, चावला और हरितवाल ने खड़गे से उनके निवास पर मुलाकात कर उन्हें बधाई दी। नेताओं ने उम्मीद जताई कि मल्लिकार्जुन खड़गे के नेतृत्व में संगठन अधिक ताकतवर होगा। बाद में प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम ने खड़गे को छत्तीसगढ़ आमंत्रित किया।