मनोज सिन्हा जम्मू-कश्मीर के नए एलजी होंगे, मुर्मू का इस्तीफा स्वीकार
नई दिल्ली। पूर्व केंद्रीय मंत्री मनोज सिन्हा जम्मू-कश्मीर के नए एलजी होंगे। जीसी मुर्मू के इस्तीफे के बाद मनोज सिन्हा को यह पद दिया जा रहा है। दूसरी तरफ मुर्मू का इस्तीफा राष्ट्रपति ने स्वीकार कर लिया है।
गुरुवार सुबह राष्ट्रपति भवन की ओर से मनोज सिन्हा की नियुक्ति का एलान किया गया है. आपको यह भी बताते चले की पांच अगस्त को जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटे एक साल पूरा हो गया है. इस बीच जीसी मुर्मू के इस्तीफे की खबर आई थी. मुर्मू का इस्तीफा राष्ट्रपति ने स्वीकार कर लिया है.
मनोज सिन्हा पूर्व में गाजीपुर से सांसद रहे हैं और पूर्वी उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के बड़े चेहरे माने जाते हैं. केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में मनोज सिन्हा मंत्री रह चुके हैं और उनके पास रेलवे के राज्यमंत्री और संचार राज्यमंत्री का कार्यभार था.
बता दें कि केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल (एलजी) जी सी मुर्मू ने बुधवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया. मुर्मू का इस्तीफा ऐसे दिन आया है, जब (पूर्ववर्ती राज्य) जम्मू कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370के अधिकतर प्रावधानों को समाप्त किए जाने का एक वर्ष पूरा हुआ है.
गुजरात कैडर के 60 वर्षीय पूर्व आईएएस अधिकारी ने पिछले साल 29 अक्टूबर को इस केंद्र शासित प्रदेश के प्रथम एलजी के रूप में कार्यभार संभाला था.
1985 बैच के आईएएस अधिकारी मुर्मू के इस्तीफे के कारणों पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है. उल्लेखनीय है कि जब नरेन्द्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे, तब मुर्मू ने उनके प्रधान सचिव के रूप में सेवाएं दी थीं.
वह उप राज्यपाल के पद पर नियुक्ति के समय वित्त मंत्रालय में सचिव थे. जानकारी के अनुसार गिरीश चंद्र मुर्मू को भारत का नया नियंत्रक और महालेखा परीक्षक (CAG) नियुक्त किया गया है. वह कैग प्रमुख के रूप में राजीव महर्षि का स्थान लेंगे.