इस जिले में सफल रही मौसंबी की खेती… हज़ारों फल से लदे हैं पौधे
बेमेतरा। क्या आपको पता हैं कि छत्तीसगढ़ में भी मौसंबी की खेती की जा रही है। जी हाँ चौंकिए मत, यह सच हैं … बेमेतरा के पड़कीडीह के शासकीय उद्यान में मौसंबी की खेती की गई है। जहां आज एक पेड़ पर लगभग ग्यारह सौ फल लगे हैं। इससे सरकार के साथ दूसरों को भी फायदा हो रहा है। संजय निकुंज उद्यान में पौधों की देख रेख करने वाले कुलेश्वर ने बताया कि वर्ष 2007-2008 में मौसंबी की खेती शुरू की गई थी, जिसके सतत देखरेख और क्षेत्र के अनुकूल वातावरण से मनचाहा उत्पादन हुआ है।
जानकारी के मुताबिक़ संजय निकुंज पड़कीडीह नर्सरी में प्रयोग के तौर पर मौसंबी की खेती की गई है। आज इस उद्यान में मौसंबी के पेड़ फल से लदे हुए हैं। यह उद्यान शासकीय है, इससे अब शासन और ठेकेदार को भी लाभ मिल रहा है। शासकीय उद्यान पड़कीडीह में वर्ष 2007-2008 में मौसंबी के पौधे रोपे गए थे, जो इस वर्ष बंपर फल दे रहे हैं।
सहायक उद्यान अधिकारी शिशिर ठाकुर के मुताबिक़ नर्सरी में मौसंबी के निवसेलर किस्म के 27 पौधे हैं, जिसकी नीलामी शासन के प्रकिया के तहत 60 हजार 300 में की गई है। नर्सरी में मौसंबी का बंपर फसल हुआ है।
मौसंबी के पौधों की देख-रेख करने वाले उद्यान के कर्मचारी कुलेश्वर और गवंतर ने बताया कि हमारी वर्षों की मेहनत रंग लाई है। एक पौधे में कम से कम हजार फल लगे हैं। पूरे पौधे फलों से लदे हुए हैं।