November 15, 2024

नाबालिग ने बच्चे पर ट्रैक्टर चढ़ाया : कसूर छिपाने पिता-फूफा ने घायल बच्चे को जिंदा जला लाश तालाब में फेंकी

बेमेतरा। बेमेतरा पुलिस ने 2 दिन पहले मिली अज्ञात लाश की गुत्थी सुलझा ली है। एक पिता ने उस मौत के लिए जिम्मेदार अपने नाबालिग बच्चे को बचाने के लिए अपने जीजा के साथ मिलकर कर लिया लाश को जलाने और छिपाने की नाकाम कोशिश की थी। लेकिन, अब पूरे मामले में पिता, जीजा और मुख्य आरोपी नाबालिग तीनों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई कर रही है।

दरअसल पूरा मामला 2 दिन पहले बेमेतरा थाना क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम बोरिया में मिले एक अज्ञात लाश का है। कोटवार ने सूचना दी कि तालाब के अंदर संदिग्ध अवस्था में एक लाश नजर आ रही है। मौके पर पहुंची पुलिस को लगा कि किसी ने हत्या कर पहचान छुपाने के लिए लाश को ठिकाने लगाने की कोशिश की है। लाश को सीमेंट के पोल में रस्सी से बांधकर तालाब के अंदर फेंका गया और उसका चेहरा पेट्रोल डालकर बुरी तरीके से जला दिया गया है, जिससे मृतक की पहचान ना हो सके ।

संदिग्ध अवस्था में लाश मिलने के बाद पुलिस मृतक की शिनाख्त करने के लिए गुम इंसानों की तलाश शुरू की। तभी बेमेतरा जिले के खसरा चौकी में पता चला कि 10 नवंबर को एक नाबालिग के लापता होने की रिपोर्ट दर्ज कराई है गई है, वही दरअसल 15 साल का मृतक था। जो खसरा चौकी कर ग्राम खुरुसबोड का रहने वाला था। मृतक की पहचान होने के बाद जब पुलिस ने पड़ताल की तो मामला कुछ और ही नजर आया।

पुलिस ने संदेह के आधार पर गांव के युवक ओमप्रकाश साहू ग्राम खुरुसबोड से कड़ाई से पूछताछ की तो उसने पूरे मामले से पर्दा उठाया। दरअसल 9 नवंबर की शाम 7:00 बजे ओम प्रकाश साहू ने अपने नाबालिग बेटे को ट्रैक्टर चलाने के लिए दिया। नाबालिग बेटा ट्रैक्टर को बैक रिवर्स कर रहा था, तभी 15 वर्षीय नाबालिग ट्रैक्टर की चपेट में आ गया और उसकी मौत हो गई। ओम प्रकाश ने इस घटना की सूचना अपने जीजा शिवकुमार साहू (कबीरधाम) को दी।

सूत्रों के अनुसार, ओमप्रकाश और शिवकुमार ने मिलकर 15 वर्षीय बालक की लाश की पहचान छिपाने की नीयत से तालाब में फेंक दिया था, लेकिन उससे पहले चेहरे को जला दिया था, ताकि यदि लाश मिल भी जाये तो लोग उसे पहचान न सकें। बहरहाल, पुलिस ने आरोपियों को पकड़ लिया है। पुलिस की कार्यवाही जारी है।

error: Content is protected !!