UP में 2 साल में 15 से ज्यादा साधुओं की हत्या, कांग्रेस ने आंकड़ें पेश कर योगी सरकार पर बोला हमला
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में साधुओं की हत्याओं को लेकर कांग्रेसने योगी आदित्यनाथ की सरकार पर हमला बोला है. कांग्रेस का आरोप है कि यूपी में पिछले दिनों एक के बाद एक साधुओं की हत्याएं हुई हैं. इनमें से कुछ हत्याओं को पुलिस ने आत्महत्या बता कर कन्नी काट लिया है. कांग्रेस का दावा है कि बीते दो वर्षों में राज्य में 15 से अधिक साधुओं की हत्या हुयी है।
कांग्रेस ने रविवार को एक मैप जारी करते हुए यूपी में संतों की हत्या का अंबार लगने की बात कही है. इस मैप में कांग्रेस ने राज्य में साधु-संतों पर हुए हमले गिनाएं है. उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने योगी सरकार से तीखा सवाल पूछा है कि उत्तर प्रदेश में हत्याओं का अंबार है. यह कैसा रामराज्य है?
वहीँ, यूपी कांग्रेस ने एक अन्य ट्वीट के जरिये राज्य की कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े किये है. कांग्रेस ने कहा कि गोंडा में रामजानकी मंदिर के पुजारी बाबा सम्राट दास को भूमाफियाओं ने गोली मार दी. बाबा की हालत गंभीर है. योगी जी के राज में भूमाफियाओं और सरकारी वसूली गैंग की मिलीभगत ने कानून व्यवस्था की ऐसी की तैसी करके रख दिया है. साधु संत भी सुरक्षित नहीं हैं.
यमुना नदी में एक के बाद एक अब लगातार तीसरी बार एक साधु का शव तैरता हुआ मिला है. नेवादा गांव की यह घटना मेरठ और बागपत जिलों में हुई घटनाओं से मिलती-जुलती है, जहां दो साधुओं के शव ऐसे ही संदिग्ध परिस्थितियों में पाए गए थे. जिससे प्रशासन के हाथ पांव फूल गए. फ़िलहाल पुलिस ने शव को बाहर निकाल कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. फिलहाल मृतक की पहचान नहीं हो सकी है.
कांग्रेस ने योगी आदित्यनाथ की सरकार पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया, “यमुना से एक साधु का शव मिला है. पिछले एक महीने में तीन ऐसे शव मिले हैं. यूपी में साधुओं पर अत्याचार खत्म नहीं हो रहे हैं, जंगल राज अपने सबसे बुरे स्तर पर है.”