November 16, 2024

निगम-मंडल और आयोग में होगी 200 से ज्यादा कांग्रेसियों की नियुक्ति

रायपुर।  कांग्रेस समन्वय समिति की बैठक में निगम-मंडल और प्राधिकरण में अध्यक्षों और सदस्यों की सूची फाइनल हो सकती है। कांग्रेस नेताओं द्वारा समन्वय समिति में संगठन और सत्ता के कामों के बीच समन्वय पर चर्चा की जाएगी। निगम-मंडलों की दो सूची तो पहले जारी हो चुकी है, लेकिन जिस बड़ी सूची पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं की निगाहें टिकी है, उसमें लगभग 50 निगम-मंडलों में दो सौ से अधिक कांग्रेस कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों की नियुक्ति हो सकती है। 28 नवंबर को कांग्रेस समन्वय समिति निगम-मंडल की तीसरी सूची पर मुहर लगाएगी।

बताया जाता है कि शनिवार को शाम 6 बजे कांग्रेस समन्वय समिति की बैठक में बदले राजनीति परिस्थितियों पर चर्चा होगी। बैठक में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया, सह प्रभारी चंदन यादव, पीसीसी अध्यक्ष मोहन मरकाम सहित वरिष्ठ मंत्री और वरिष्ठ विधायक शामिल होंगे।

पीसीसी अध्यक्ष मोहन मरकाम ने संकेत दिए हैं कि 28 नवंबर को होने वाली बैठक में निगम-मंडल पर चर्चा की जाएगी। कांग्रेस इस साल के आखिर तक कोशिश करेगी कि निगम-मंडल में नियुक्तियां हो जाएं। उन्होंने कहा है कि सूची में शामिल नामों की बैठक में छंटनी की जाएगी। बैठक में निगम-मंडल के अलावा संगठन में बचे पदों पर नियुक्तियों को लेकर भी चर्चा की जाएगी। वरिष्ठाें के साथ नए चेहरों को भी मौका मिलेगा।

मरवाही उपचुनाव के बाद हो रही इन नियुक्तियों में वहां पर भेजे गए कांग्रेस पदाधिकारियों को भी मौका मिल सकता है। उपचुनाव के दौरान बनाए गए सेक्टर प्रभारियों की मेहनत से कांग्रेस को यहां रिकार्ड मत मिले। पीसीसी अध्यक्ष मोहन मरकाम ने हर सेक्टर में लगाए गए विधायकों और पदाधिकारियों के कामकाज को वहां रहकर देखा था।

15 साल बाद सत्ता में लौटी कांग्रेस की सरकार 17 दिसंबर को दो साल पूरे करने जा रही है, लेकिन अब तक राज्य सरकार के सभी निगम-मंडल और बोर्ड में नियुक्तियां नहीं हो पाई हैं। नियुक्ति नहीं मिलने पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं में उत्साह की कमी देखने को मिल रही है। जुलाई माह में एक दर्जन निगम-मंडल और बोर्ड में 32 नेताओं को अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और सदस्य की जिम्मेदारी दी गई। अभी भी करीब 50 निगम-मंडल, बोर्ड और प्राधिकरण में नियुक्तियां बाक़ी हैं। साथ ही इनसे बचे लोगों को संगठन में रिक्त पदों पर नियुक्त किया जाएगा।

समन्वय समिति की बैठक में जिला संगठन, मंत्री और विधायकों से प्राप्त नामों पर विचार करने के बाद उसकी छंटनी की जाएगी। बताया गया है कि बैठक में फाइनल किए जाने वाले नामों की पूरी पड़ताल करने के बाद इसे अंतिम रूप दिया जाएगा। यह देखा जाएगा कि जिन्हें नियुक्ति दी जा रही है, उसका कांग्रेस पार्टी से जुड़ाव, जिला-प्रदेश स्तर पर मिली जिम्मेदारी और संगठन द्वारा दिए कार्यक्रमों में सक्रियता पर चर्चा की जाएगी।

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