नाम बताएं, हम केस करेंगे… PM मोदी के ‘सुपारी’ वाले बयान पर बोले कपिल सिब्बल
नईदिल्ली(जनरपट )। राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उनके ‘सुपारी’ वाले बयान पर सवाल पूछे हैं. उन्होंने पीएम से उन लोगों के नाम बताने को कहा जिन्होंने पीएम के मुताबिक उनकी छवि को खराब करने के लिए ‘सुपारी’ ली है. सपा सांसद ने कहा कि यह गुप्त नहीं रहना चाहिए. कांग्रेस नेता राहुल गांधी के संसद से अयोग्य करार दिए जाने वाले मामले पर जर्मनी समेत कई अन्य देशों ने प्रतिक्रिया दी थी. प्रधानमंत्री शनिवार को वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाने के लिए मध्य प्रदेश में थे, जहां इस मामले पर वह खूब बरसे.
रानी कमलपति रेलवे स्टेशन पर एक सभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि देश में कुछ लोग हैं जिन्होंने 2014 से ही सार्वजनिक रूप से खूब बातें की और मोदी की छवि को खराब करने का संकल्प लिया हुआ है. पीएम ने दावा किया कि इसके लिए कुछ लोगों को ‘सुपारी’ दिया गया है. प्रधानमंत्री ने दावा किया कि ऐसे कुछ लोग देश में ही हैं और कुछ लोग देश के बाहर बैठकर इस काम को अंजाम दे रहे हैं.
आप नाम बताएं, हम मुकदमा करेंगे
प्रधानमंत्री ने जोर देकर कहा कि हर भारतीय उनके लिए सुरक्षा कवच हैं, जिन्होंने ऐसे लोगों को नए- नए हथकंडे अपनाने को मजबूर किया है. पीएम की इस तीखी टिप्पणी पर राज्यसभा सांसद और पूर्व कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने प्रधानमंत्री से ऐसे लोगों के नामों का खुलासा करने का अनुरोध किया. सिब्बल ने कहा कि यह राष्ट्र रहस्य नहीं हो सकता, ऐसे लोगों, संस्थानों और देशों के नाम बताएं हम उनपर मुकदमा चलाएंगे.
Modi ji’s charge :
— Kapil Sibal (@KapilSibal) April 2, 2023
" They have given a contract to..people…some within the country and some..,outside the country to dig Modi’s grave”
Please let us know the names of these:
1) individuals
2) institutions or
3) countries
This cannot be a state secret. Let us prosecute them
2024 के चुनाव पर कपिल सिब्बल का दावा
इससे पहले कपिल सिब्बल ने आरोप लगाया कि जैसा कि 2024 का चुनाव नजदीक है, इसके साथ ही हिंसा बीजेपी की लिस्ट में हैं.. पश्चिम बंगाल और गुजरात बस ट्रेलर है. सिब्बल ने एक ट्वीट में कहा कि बीजेपी की टेबल में नंबर एक पर सांप्रदायिक हिंसा, दूसरे पर हेट स्पीच, तीसरे पर अल्पसंख्यकों को लुभाना और चौथे पर सीबीआई, चुनाव आयोग के जरिए विपक्ष तो निशाना बनाना है. पश्चिम बंगाल, कर्नाटक, महाराष्ट्र, गुजरात में साप्रदायिक हिंसा बस ट्रेलर है.