December 12, 2024

NEET पेपर लीक : सीबीआई ने सॉल्वर गैंग का किया पर्दाफाश, पटना AIIMS के चार डॉक्टर गिरफ्तार

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नईदिल्ली/पटना। NEET पेपर लीक मामले में गुरुवार(18 जुलाई) को सीबीआई को बड़ी सफलता मिली है। सीबीआई ने पेपर लीक गैंग के सॉल्वर कनेक्शन को पकड़ा है। इस मामले में पटना AIIMS के चार डॉक्टरों को गिरफ्तार किया गया है। सीबीआई ने उनके कमरे सील कर दिए हैं। उनके लैपटॉप और मोबाइल फोन जब्त कर लिए हैं। सीबीआई चारों डॉक्टरों को पूछताछ के लिए अपने साथ ले गई है और इनमें तीन डॉक्टर चंदन सिंह, कुमार शानू और राहुल आनंद 2021 बैच के मेडिकल स्टूडेंट्स हैं, जबकि एक डॉक्टर करण जैन सेकेंड ईयर का स्टूडेंट है। इस केस में पंकज कुमार और राजू सिंह को भी गिरफ्तार किया गया है। पेपर चोरी के मास्टरमाइंड संजीव मुखिया की तलाश जारी है।

सीबीआई ने जाेड़ी पेपर लीक की एक-एक कड़ी
सीबीआई पेपर लीक से जुड़े पूरे नेटवर्क को पकड़ने की कोशिश में जुटी है। सीबीआई ने पेपर चोरी से लेकर उसे कैंडिडेट्स तक पहुंचाने की एक-एक कड़ी जोड़ ली है। सीबीआई ने मंगलवार को इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया था। पंकज कुमार को पटना से अरेस्ट किया गया था। वहीं, राजू सिंह को झारखंड के हजारीबाग से गिरफ्तार किया गया था। पंकज ने ही हजारीबाग में ट्रक से पेपर चोरी की थी। इसके बाद पंकज ने इसे पर्चा लीक कराने वाले रैकेट में आगे बांट दिया था।

पंकज कुमार है पूरे पेपर लीक का मास्टरमाइंड
सीबीआई का दावा है पटना से गिरफ्तार किया गया पंकज कुमार उर्फ आदित्य कुमार ही पेपर लीक का मास्टरमाइंड है। पंकज एक सिविल इंजीनियर है। वह झारखंड के बोकारो का रहने वाला है। पंकज ने हजारीबाग से ट्रक से पेपर चोरी की। इसे गिरोह के दूसरे लोगों तक पहुंचाने का काम किया। पंकज ने ही पूरा प्लान बनाया कि पेपर लीक कैसे किया जाएगा। चोरी की गई पेपर को स्टूडेंट्स और गिरोह के दूसरे लोगों तक पहुंचाने की योजना पंकज ने ही बनाई थी।

संजीव मुखिया का करीबी रॉकी गिरफ्तार
सीबीआई ने गुरुवार को NEET पेपर लीक मामले में बिहार से रॉकी उर्फ राकेश को गिरफ्तार किया। सीबीआई सूत्रों के अनुसार, रॉकी ने पेपर लीक होने के बाद उसे हल कर चिंटू के मोबाइल पर भेजा था। गिरफ्तारी के बाद रॉकी को कोर्ट में पेश किया गया और कोर्ट ने उसे 10 दिन की सीबीआई रिमांड पर भेज दिया है। रॉकी, जो कि नालंदा जिले के हिलसा के गजेंद्रबीघा गांव का निवासी है, बिहार के मुखिया संजीव मुखिया का करीबी सहयोगी है। संजीव मुखिया, जो इस पेपर लीक का मास्टरमाइंड है, अभी भी फरार है।

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