छत्तीसगढ़ में प्रति व्यक्ति आय 12% बढ़ी, हर व्यक्ति की औसत कमाई 1.18 लाख सालाना
०० प्रदेश की जीएसडीपी का आकार देश की जीडीपी से ज्यादा
०० योजना आर्थिक एवं सांख्यिकी मंत्री अमरजीत भगत ने सदन में प्रदेश के आर्थिक सेहत का रखा ब्यौरा
रायपुर| छत्तीसगढ़ के लोगों की औसत कमाई में करीब 12% का उछाल आया है। पिछले साल तक यहां की प्रति व्यक्ति आय केवल एक लाख 5 हजार 778 रुपए थी। चालू वित्तीय वर्ष के खत्म होने तक इसके एक लाख 18 हजार 401 रुपया हो जाने का अनुमान लगाया जा रहा है। यह जानकारी विधानसभा में पेश आर्थिक सर्वेक्षण में सामने आई।
खाद्य, संस्कृति और योजना आर्थिक एवं सांख्यिकी मंत्री अमरजीत भगत ने मंगलवार को सदन में प्रदेश के आर्थिक सेहत का ब्यौरा रखा। सदन के बाहर प्रेस से बातचीत में भगत ने कहा, पिछले साल की तुलना में इस बार प्रति व्यक्ति आय में 11.93% की वृद्धि अनुमानित है। हालांकि यह राष्ट्रीय औसत 16.69% से कम है। इस समय देश की प्रति व्यक्ति आय एक लाख 50 हजार 326 रुपया अनुमानित है।
मंत्री अमरजीत भगत ने बताया, छत्तीसगढ़ का सकल राज्य घरेलू उत्पाद (GSDP) 2 लाख 78 हजार 496 करोड़ रुपया अनुमानित है। पिछले साल यानी वित्तीय वर्ष 2020-21 में इसका आकार 2 लाख 49 हजार 683 करोड़ ही था। इस तरह इस साल 11.54% की विकास दर अनुमानित है। अखिल भारतीय औसत से तुलना कर अमरजीत भगत ने कहा, देश में 2010-11 के स्थिर भाव पर इस साल की विकास दर केवल 9.2% अनुमानित है। स्थिर भावों पर प्रदेश की GSDP में कृषि क्षेत्र का योगदान 3.88% रहा है। उद्योग क्षेत्र से 15.44% और सेवा क्षेत्र से 8.54% का योगदान रहा है।
आर्थिक सर्वेक्षण में अनुमान लगाया गया है कि प्रचलित भावों पर इस साल प्रदेश का सकल राज्य घरेलू उत्पाद 4 लाख 61 करोड़ रुपए हो जाएगा। साल 2020-21 में प्रचलित भाव पर सकल घरेलू उत्पाद 3 लाख 52 हजार 161 था। इस साल सकल घरेलू उत्पाद में कृषि और संबद्ध क्षेत्र का योगदान 81 हजार 317 करोड़ रुपया है। वहीं उद्योग क्षेत्र का योगदान एक लाख 59 हजार 473 रुपए और सेवा क्षेत्र का योगदान एक लाख 31 हजार 920 रुपए का होना अनुमानित है।
आर्थिक सर्वेक्षण में बताया गया, 2020-21 में राज्य का सकल घरेलू उत्पाद कोरोना संकट की वजह से प्रभावित हुआ था। स्थिर भाव पर यह 2019-20 की तुलना में 1.37% कम रह गया था। उस साल केवल कृषि और संबद्ध क्षेत्र ने बेहतर प्रदर्शन किया था। इसकी वजह से कृषि क्षेत्र में 5.48% वृद्धि हुई थी। अधिकतर समय लॉकडाउन आदि की वजह से उद्योग क्षेत्र 3.89 और सेवा क्षेत्र में 0.16% की गिरावट दर्ज हुई थी। इस मान से अब अर्थव्यवस्था ने अब अपनी रफ्तार बढ़ा दी है।