नागपुर एयरपोर्ट के बोर्डिंग गेट पर पायलट की मौत, उड़ाने जा रहा था विमान
नागपुर। महाराष्ट्र के नागपुर एयरपोर्ट पर गुरुवार को एक हैरान करने वाली घटना हुई. एयरपोर्ट के बोर्डिंग गेट एरिया में एक पायलट की मौत हो गई. गौर करने वाली बात है कि पायलट विमान को नागपुर से पुणे ले जाने के लिए तैयार था. हालांकि विमान में चढ़ने से पहले वह बोर्डिंग गेट के पास गिर गए. उन्हें अस्तपाल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
पायलट को एयरपोर्ट के ग्राउंड स्टाफ की मदद से अस्पताल ले जाया गया. मरने वाले विमान के पायलट का नाम कैप्टन मनोज सुब्रमण्यम है. उनकी उम्र 40 साल थी. मौत की वजह हृदय गति रुकना माना जा रहा है, सही कारण पोस्टमार्टम के बाद स्पष्ट होगा.
अस्पताल के प्रवक्ता ने कहा, प्रथम दृष्टया ऐसा लगता है कि पायलट की जान कार्डियक अरेस्ट के कारण गई. एयरलाइन के एक अधिकारी ने कहा, हम नागपुर में अपने एक पायलट के निधन पर दुखी हैं. हवाई अड्डे पर उनकी तबीयत खराब हो गई और उन्हें अस्पताल ले जाया गया जहां दुर्भाग्यवश उनका निधन हो गया. हमारी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं उनके परिवार और प्रियजनों के साथ हैं. घटना की जानकारी रखने वाले एक अन्य अधिकारी ने कहा, पायलट उस दिन अपनी पहली उड़ान भरने वाला था, तभी वह बेहोश हो गया.
अधिकारी ने कहा, पायलट के पास 27 घंटे का आराम था और उसे आज चार सेक्टरों को ऑपरेट करना था, जिसमें नागपुर-पुणे सेक्टर भी शामिल था, जो दिन के लिए उसका पहला सेक्टर होता. नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) के एक अधिकारी ने कहा, पायलट ने बुधवार को दो सेक्टरों में उड़ान भरी थी.
इससे पहले की घटनाओं को देखें तो बीते दो दिनों में इसी तरह से दो पायलट की मौत हो चुकी है. कैप्टन मनोज से पहले कतर एयरवेज के एक पायलट को भी हार्ट अटैक आया था. ऐसे में अब सवाल उठ रहे हैं कि..
कमर्शियल पायलट्स के लिए SOP’s क्या-क्या होते हैं?
पायलट जब प्लेन उड़ाने जाते हैं उससे पहले उनके कौन-कौन से टेस्ट किए जाते हैं
फिटनेस टेस्ट में क्या होता है?
अगर पायलट प्लेन उड़ा रहा होता और ऐसी स्थिति आ जाती तब क्या होता