रायपुर : जुगाड़ से बनाया भीम रोबोट, COVID-19 वार्ड में पहुंचाएगा दवाएं और खाना
रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में डॉ. भीमराव आंबेडकर अस्पताल के बायोमेडिकल इंजीनियर सूरज पंजाबी और मीली चौबे ने जुगाड़ से व्हीकल रोबोट तैयार किया है, जो COVID–19 वार्ड में जाकर मरीजों को दवाएं, खाना और जरूरी सामान देगा। इससे कोरोना संक्रमितों वाले वार्ड में बाहर बैठे चिकित्सक भर्ती मरीज से टू-वे कम्युनिकेशन कर बातचीत भी कर सकेंगे। इसकी लागत 18 हजार रुपये आई है। इंजीनियर सूरज और मीली ने बताया कि कोरोना वार्ड में भर्ती मरीजों को दवाएं, खाना और जरूरी सामान पहुंचाने के दौरान कर्मियों में संक्रमण के खतरे को देखते हुए व्हीकल रोबोट तैयार किया गया है।
भीम नाम के इस रोबोट में सीसीटीवी मोबाइल और सिस्टम से कनेक्ट होगा। रिमोट से कंट्रोल कर इसे वार्ड में भर्ती मरीजों के लिए दवाएं, खाना और जरूरी सामग्री रखकर भेजा जाएगा, जो वार्ड के अंदर जाने के बाद मरीजों को दवाएं लेने के लिए कहेगा। इसमें लगे स्पीकर की मदद से दोनों तरफ से बातचीत होती है, जो प्रक्रिया को बहुत ही आसान कर देता है। रोबोट को तैयार करने में सहयोगी के तौर पर तकनीशियन प्रवीण वर्मा, सुनील वर्मा, इलेक्ट्रीशियन अखिलेश शर्मा का योगदान रहा है।
डॉ. भीमराव आंबेडकर अस्पताल के अधीक्षक डॉ. विनीत जैन के मुताबिक़ व्हीकल रोबोट का परीक्षण भी कर लिया गया है। आंबेडकर अस्पताल और माना अस्पताल में इसका उपयोग करेंगे।
जुगाड़ से अविष्कार करने वाले इंजीनियर सूरज ने बताया कि भीम को तैयार करने के लिए बैटरी ऑपरेटर, मोटर ड्राइव, छोटे चक्के (टायर), बैटरी, फ्रेम, वायरलेस कैमरा, माइक्रोफोन समेत अन्य इलेक्ट्रिक सामान की जरूरत पड़ी। लॉकडाउन होने के कारण सामान मिलने में दिक्कतें आईं, इसलिए जुगाड़ की तकनीक से इसे तैयार किया गया। इसकी रेंज 200 मीटर तक की है।
उनके सहयोगी इंजीनियर मीली चौबे ने बताया कि भीम को छह घंटे चार्ज करने के बाद यह दो घंटे तक लगातार काम कर सकता है। कैमरा मोबाइल से कनेक्ट होता है। रिमोट से इसे कंट्रोल कर संचालित किया जाता है। सूरज ने बताया कि इसमें अधिकतम 60 किलो सामग्री रखकर भेज सकते हैं। राज्य में अपनी तरह का यह पहला प्रयोग है। बहरहाल अब देखना हैं की चिकित्सक इसका कहा तक उपयोग करते हैं।