रायपुर।  बेरोजगारी और भुखमरी से परेशान होकर सीएम हाउस के बाहर आत्मदाह करने वाले हरदेव सिन्हा की मंगलावर देर रात इलाज के दौरान मौत हो गई है।  युवक ने अपनी परेशानी के समाधान के लिए मुख्यमंत्री से मिलने का प्रयास किया था, लेकिन असफल रहने पर उसने आत्मदाह की कोशिश की थी।  हरदेव का पिछले 24 दिनों से निजी अस्पताल में इलाज चल रहा था। 


हरदेव सिंह की मौत के बाद सरगुजा सांसद और केंद्रीय राज्यमंत्री रेणुका सिंह ने हैशटैग #JusticeForHardev के नाम से ट्वीट कर इंसाफ की मांग की है. उन्होंने कहा कि लाख कोशिशों के बाद भी आज हरदेव जीवन की लड़ाई हार गया.


बता दें कि सीएम हाउस के बाहर धमतरी के रहने वाले हरदेव ने खुद को आग लगा ली थी. हरदेव सीएम से मिलने पहुंचा था. मुख्यमंत्री से मुलाकात न होने पर उसने आत्मघाती कदम उठा लिया था. आनन-फानन में परिसर में मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने युवक पर कपड़ा और पानी डालकर आग बुझाने की कोशिश की थी, लेकिन जब तक आग पर काबू पाया जाता, युवक बुरी तरह झुलस गया था. हरदेव को इलाज के लिए अंबेडकर अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां से प्राथमिक उपचपार के बाद उसे एक निजी अस्पताल में रेफर कर दिया गया था.


29 जून को हरदेव ने सीएम हाउस के सामने खुदकुशी करने की कोशिश की थी. इस बीच हरदेव के मानसिक रूप से बीमार होने की बात सामने आई थी, लेकिन परिवार का कहना है कि उसका मानसिक संतुलन बिल्कुल ठीक है, वह बेरोजगारी से बेहद परेशान था. कई दिनों से घर में खाने को भी कुछ नहीं था.


हालांकि बीजेपी के इन सियासी बयानों के पहले मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बयान जारी कर अपील की थी कि किसी को भी भावावेश में आकर ऐसा नकारात्मक कदम नहीं उठाना चाहिए. इतना ही नहीं सरकार ने इस घटना की दंडाधिकारी जांच के आदेश भी दे दिए थे. वहीं टीएस सिंहदेव ने भी ट्टीट के जरिए बेरोजगार युवाओं को संदेश देते हुए कहा कि राज्य सरकार अपने वादे निभाने के लिए लगातार प्रयास कर रही है. 

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