राजीव गांधी किसान न्याय योजना : चिंतामुक्त हुए चिंताराम, न खाद का झंझट न खेती किसानी की फ़िक्र
रायपुर। समय पर खाद व नगद राशि मिलने से चिंताराम चिंतामुक्त हो गए हैं । चिंताराम कहते है कि कोरोना वायरस के कारण लॉकडाउन से खेती-किसानी की बड़ी चिंता सता रही थी । समय पर खाद,बीज और अन्य कार्यों के लिए नगद राशि की व्यवस्था करना जरूरी हो गया था। सहकारी समिति कोरर से समय पर खाद व नगद राशि मिलने से खेती किसानी के लिए अब चिंतामुक्त हो गये हैं। कांकेर जिले के ग्राम चिल्हाटी तहसील भानुप्रतापपुर निवासी लघु सीमान्त कृषक चिंताराम ने कोरोना वायरस के संक्रमण से लॉकडाउन जैसे विकट परिस्थितियों में किसानों का ध्यान रखने के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को धन्यवाद दिया है ।
राज्य शासन द्वारा‘राजीव गांधी किसान न्याय’ योजना के तहत किसानों के खाते में राशि जमा की जा रही है, वहीं खेती किसानी के लिए खाद-बीज व नगद राशि भी उपलब्ध कराया जा रहा है, जिससे किसानों को खेती किसानी करने में सहूलियत होगी। चिंताराम ने बताया कि उनके पास साढ़े तीन एकड़ कृषि भूमि है, जिसके लिए उन्हें निर्धारित मापदण्ड के अनुसार 8 बोरी खाद और 25 हजार रूपये नगद राशि शून्य प्रतिशत ब्याज दर पर सहकारी समिति कोरर से मिला है, जिसे वे समर्थन मूल्य पर धान बेचकर चुकता कर देंगे। उन्होंने कहा कि सहकारी समितियों के माध्यम से किसानों को खाद, बीज व खेती किसानी के लिए नगद राशि मिलने से कृषि कार्य में सुविधा होगी।
इसी प्रकार के विचार व्यक्त करते हुए ग्राम राड़वाही के किसान हेतराम साहू ने बताया कि उनके पास डेढ़ एकड़ कृषि भूमि है, जिसके लिए उन्होंने कोरर समिति से 6 बोरी खाद और 13 हजार रूपये नगद राशि मिली है, जिसे वे अपनी खेती में लगायेंगे और अच्छा उत्पादन के लिए अच्छा परिश्रम करेंगे। गौरतलब है कि कांकेर जिले में 17 हजार 557 किसानों को शून्य प्रतिशत ब्याज दर पर 39 करोड़ 05 लाख 71 हजार रूपये नगद राशि का वितरण किया गया है, इसके अलावा 15 करोड़ 08 लाख 28 हजार रूपये का खाद-बीज भी किसानों को दिया गया है। जिले के सहकारी केन्द्रीय बैंक शाखा कांकेर के समितियों में किसानों को 1744.38 मेट्रिक टन रासायनिक खाद एवं 594.10 क्विंटल बीज का वितरण किया गया है।