SSR केस : रिया के वकील सतीश मानशिंदे का बयान- ‘निष्पक्ष जांच के लिए नई मेडिकल टीम का हो गठन’
नई दिल्ली। सुशांत सिंह राजपूत की मौत का केस भले ही एक अलग एंगल को लीड कर चुका है पर अभी भी रिया चक्रवर्ती इस केस में फंसी हुई हैं. मामले की जांच अब एम्स की मेडिकल रिपोर्ट पर टिकी हुई है. लेकिन एम्स की रिपोर्ट में हो रही देरी से सुशांत के फैमिली वकील ही नहीं रिया चक्रवर्ती के वकील सतीश मानशिंदे ने भी नाराजगी जताई है. इस बीच रिया के वकील ने सीबीआई से नए मेडिकल बोर्ड के गठन की मांग की है.
रिया के वकील ने नए मेडिकल टीम के गठन को लेकर बयान दिया है. उन्होंने कहा- ‘सुशांत केस की मेडिकल टीम को लीड कर रहे एम्स के डॉ. सुधीर गुप्ता द्वारा तस्वीरों के आधार पर 200 प्रतिशत खुलासे की बात एक खतरनाक ट्रेंड है. जांच को निष्पक्ष और छेड़छाड़ मुक्त बनाने के लिए सीबीआई को एक नई मेडिकल बोर्ड बनानी चाहिए. बिहार इलेक्शंस की शाम तक एजेंसी को प्री-डिटरमाइंड रिजल्ट्स के लिए दबाव दिया जा रहा है. हमने डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे का वीआरएस कुछ दिनों पहले देखा है. इस तरह के काम दोहराए नहीं जाने चाहिए’.
सुशांत के परिवार ने भी जताई नाराजगी
दूसरी ओर सुशांत के परिवार के वकील विकास सिंह ने भी जांच और न्याय मिलने में हो रही देरी पर नाराजगी जताई है. उन्होंने ट्वीट किया, “CBI द्वारा सुशांत मामले को आत्महत्या के लिए उकसाए जाने से बदलकर हत्या के मामले में बदलने में हो रही देरी से अब फ्रस्ट्रेशन हो रही है. वो डॉक्टर जो AIIMS की टीम का हिस्सा रहा है उसने मुझे बताया था कि जो तस्वीरें मैंने उसे भेजी वो बताती हैं कि ये 200 प्रतिशत गला घोंट कर मारे जाने का मामला है, सुसाइड नहीं.”
डॉ. सुधीर गुप्ता ने दिया ये बयान
उधर एम्स के फॉरेंसिक चीफ सुधीर गुप्ता ने एक न्यूज़ चैनल के साथ बातचीत में विकास सिंह के बयान पर कहा, “जांच अभी चल रही है. जो वो कह रहे हैं वो ठीक नहीं है. हम सिर्फ गले पर खिंचने के निशान और क्राइम सीन को देखकर इस नतीजे पर नहीं पहुंच सकते हैं कि ये हत्या है या सुसाइड. इसमें और जांच किए जाने की जरूरत है जो चल रही है और कोई नतीजा अब तक नहीं निकाला गया है.”