November 15, 2024

सीएचओ  भर्ती परीक्षा में बवाल, अभ्यर्थियों ने परीक्षा हॉल के बाहर की नारेबाजी

०० अभ्यर्थियों ने रघुपति राघव राजा राम एनएचएम को सद्बुद्धि दे भगवानगाना गाकर जताया विरोध

रायपुर| रायपुर में हुई कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर (सीएचओ) भर्ती परीक्षा को लेकर बवाल हो गया। इस परीक्षा से बहुत से उम्मीदवारों को वंचित कर दिया गया। इस बात से नाराज कैंडिडेट्स एग्जाम हॉल के बाहर पहुंच गए और नारेबाजी करने लगे। हालात बिगड़ता देख एग्जाम सेंटर के बाहर पुलिस बुलानी पड़ी। इस दौरान अभ्यर्थियों ने भजन गाना भी शुरू कर दिया। उन्होंने ”रघुपति राघव राजा राम एनएचएम को सद्बुद्धि दे भगवान” गाना गाकर अपना विरोध जताते रहे। इधर पुलिस के पहुंचने के बाद भी बवाल जारी रहा। लेकिन कुछ भी नहीं होता देख कुछ देर बाद हताश होकर सभी उम्मीदवार वापस लौट गए।

नर्सिंग स्टूडेंट नजीब ने बताया कि इस भर्ती परीक्षा के लिए 800 पद निकाले गए थे, जिसके लिए 17,000 आवेदन प्रदेशभर के छात्रों के आए। इसके बाद भर्ती परीक्षा का जिम्मा एनएचएम पर था, लेकिन केवल 2,400 कैंडिडेट को ही परीक्षा के लिए पात्र बताया गया। बाकी के स्टूडेंट्स ने भी परीक्षा फॉर्म भरा और उसकी फीस भी जमा की थी, लेकिन उन्हें अपात्र बताकर एग्जाम में शामिल नहीं होने दिया गया। नाराज उम्मीदवारों ने कहा कि एम्स जैसी संस्थाएं भी जब किसी पद पर भर्ती निकालती है, तो सभी आवेदकों की परीक्षा लेने के बाद उनमें से योग्य उम्मीदवार का चयन करती है, मगर यहां मनमानी की जा रही है। एग्जाम सेंटर के बाहर हंगामा कर रहे एक कैंडिडेट ने बताया कि इस परीक्षा में उन्हें गड़बड़ी का अंदेशा है। मनमाने तरीके से सिर्फ 2,400 लोगों को ही चुना गया। दावा किया जा रहा है कि यह सभी मेरिट के आधार पर चुने गए हैं। कुछ को 100 में से 100 अंक भी मिले हैं, इस वजह से उन्हें आशंका है कि इस भर्ती प्रक्रिया में धांधली की जा रही है। विरोध-प्रदर्शन कर रहे उम्मीदवारों ने आगे शिकायत करने और सरकार तक भी मामला ले जाने की बात कही है।

नेशनल हेल्थ मिशन में कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर के 800 पदों पर रविवार को हुई लिखित परीक्षा के लिए शैक्षणिक योग्यता के आधार पर शुक्रवार की रात जो वरीयता सूची जारी गई, उसमें कई अभ्यर्थियों को 2800 के पूर्णांक में 2800 और कुछ अभ्यर्थियों को 977 के पूर्णांक में 977 नंबर पाया जाना बताया गया है। इस मामले मेंएनएचएम के उप संचालक सुरेंद्र पामभोई ने बताया कि, परीक्षा नियमों के अनुसार ही हुई है। पहले ही विज्ञापन में बता दिया गया था कि पदों के तीन गुना अभ्यर्थियों को परीक्षा का मौका दिया जाएगा,जोकि मेरिट के अनुसार रहेगा। इसी वजह से 2400 लोगों को मौका दिया गया। जबकि विरोध कर रहे कैंडिडेट चाहते हैं कि सभी अभ्यर्थियों की परीक्षा ली जाए, ये नियम में नहीं है इसलिए हम ऐसा नहीं कर सकते। परीक्षा केंद्र पर आए अभ्यर्थियों को भी बताया गया है।

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