सर्व आदिवासी समाज ने विरोध प्रदर्शन कर की मांग, सिलगेर पीड़ितों को 50 लाख मुआवजा वसरकारी नौकरी पेसा कानून लागू करे सरकार
०० सर्व आदिवासी समाज के पदाधिकारियों ने शहीद वीर नारायण सिंह को याद कर श्रद्धांजलि अर्पित की जय स्तंभ चौक पर दिया धरना
रायपुर| छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में सर्व आदिवासी समाज के प्रदर्शनकारी एकजुट हुए। बूढ़ा तालाब स्थित धरना स्थल पर विरोध प्रदर्शन करने के बाद इन प्रदर्शनकारियों की रैली विधानसभा घेरने निकली। पुलिस की टीम ने इन्हें जय स्तंभ चौक पर ही रोक लिया।
सर्व आदिवासी समाज के पदाधिकारियों ने जय स्तंभ चौक पर ही शहीद वीर नारायण सिंह को याद करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की और यहीं बैठकर धरना दिया। प्रदर्शनकारियों को मनाने सिटी एसपी और जिला प्रशासन के अफसर पहुंचे। आदिवासी समुदाय के बड़े नेता सोहन पोटाई और भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता नंदकुमार साय से बातचीत के बाद अफसरों ने ज्ञापन लिया। आदिवासी नेताओं को आश्वस्त किया गया कि उनकी मांगों को सरकार तक पहुंचाएंगे और जल्द ही कुछ निराकरण भी निकालेंगे। भारतीय जनता पार्टी के नेता नंदकुमार साय और आदिवासी समाज के सोहन पोटाई ने पांचवी अनुसूची वाले क्षेत्रों में पेसा कानून लागू करने, प्रमोशन में आरक्षण, सरकारी नौकरियों में बैकलॉग भर्ती और नई भर्तियों में आरक्षण रोस्टर लागू करने, सुकमा के सिलगेर में निर्दोष ग्रामीणों पर फायरिंग की वजह से मृतकों के परिजनों को 50 लाख, घायलों को 5 लाख और मृतकों के परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने, एडसमेटा, सरकेगुड़ा, ताड़मेटला जैसी घटनाओं की न्यायिक जांच के बाद सामने आए तथ्यों में दोषी पाए गए लोगों पर कार्रवाई करने जैसी 23 मांगे शामिल हैं।