वरिष्ठ पत्रकार ललित सुरजन का निधन, कैंसर से महीनों लड़ते हुए भी लिखते रहे
रायपुर । छत्तीसगढ़ की राजधानी से एक दुखद खबर हैं। वरिष्ठ पत्रकार और देशबंधु समूह के प्रधान संपादक ललित सुरजन नहीं रहे। कुछ दिन से उनकी तबीयत बिगड़ गयी थी, जिसके बाद उन्हें दिल्ली के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया । आज रात 8 बजे उनका दिल्ली में निधन हो गया। उनके परिवार में पत्नी श्रीमती माया सुरजन के अलावा उनके चार भाई और दो बहनें भी हैं। उनकी तीन बेटियां और दामाद भी उनके आखिरी वक्त भाई-बहनों के साथ-साथ उनके करीब थे। प्रगितशील विचारक, लेखक, कवि और पत्रकार के रूप में चर्चित ललित सुरजन के निधन पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी दुख जताया है।
उन्होंने ट्वीट कर अपनी श्रद्धांजलि ललित सुरजन को दी है। उन्होंने कहा है कि प्रगतिशील विचारक, लेखक, कवि और पत्रकार ललित सुरजन जी के निधन की सूचना ने स्तब्ध कर दिया है। आज छत्तीसगढ़ ने अपना एक सपूत खो दिया।ललित सुरजन की गिनती देश के प्रबुद्ध पत्रकारों में होती है, वो देशबंधु ग्रुप के चेयरमैन थे 80 के दशक में दिग्गज मीडिया घराने में सुमार देशबंधु को पत्रकारिता का स्कूल कहा जाता था। इस अखबार से जुड़े कई पत्रकार आज शीर्ष मीडिया घरानों में स्थापित हैं। प्रदेश के कई नामी पत्रकार का वास्ता भी देशबंधु से रहा है।
छत्तीसगढ़ और देश के बहुत से मीडिया संस्थानों में काम करने वाले कामयाब और प्रतिभाशाली पत्रकार उनके मातहत काम करते हुए आगे बढ़े। गिरिजाशंकर, सुनील कुमार,दिवाकर मुक्तिबोध, विनोद वर्मा, रूचिर गर्ग, निधीश त्यागी, सुदीप ठाकुर, संदीप सिंह ठाकुर, राजेश जोशी, आलोक पुतुल, जैसे बहुत से पत्रकार देशबंधु अखबार से ही आगे बढ़े। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के एक अन्य सलाहकार प्रदीप शर्मा भी देशबंधु में काम कर चुके हैं। वहां से निकले हुए बहुत से पत्रकार राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मीडिया संस्थानों में कामयाब पत्रकार रहे।